GST On Online Gaming: यदि आप कैसीनो या ऑनलाइन गेमिंग खेल कर पैसे कमाने के शौकीन है तो आपके लिए बुरी खबर है. जी हाँ अब सरकार कैसीनो (Casinos) और ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) के दायरे में लाने का मूढ़ बना चुकी है, जिसके लिए हाल ही में गठित मंत्री समूह (GoM) ने इसके मूल्यांकन संबंधी सेगमेंट पर कानूनी राय लेने का फैसला किया है. राज्यों के वित्त मंत्रियों के इस समूह की 5 सितंबर 2022 को हुई बैठक में यह तय किया गया कि Casinos और Online Gaming के लिए मूल्यांकन निर्धारण संबंधी पहुलओं पर कानूनी राय ली जाए.
GoM 10 दिन में देगा अपनी रिपोर्ट
GoM (ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स) के अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बैठक के बाद कहा की, सभी हित-धारकों की राय लेने और सभी सदस्यों के सुझाव लेने के लिए लगातार बैठकें करने के बाद हम अपनी अंतिम रिपोर्ट देने के पहले कानूनी राय भी लेंगे. उन्होंने कहा कि कसीनो (Casinos) और ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) टैक्सेशन पर गठित मंत्रियों के समूह के अगले 7-10 दिनों में अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे सकता है.
28% GST लगाने की सिफारिश
GoM (ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स) ने अपनी पिछली रिपोर्ट में हॉर्स रेसिंग (Horse racing), ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) और कसीनो (Casinos) को सट्टेबाजी या जुए से समानता रखने वाली श्रेणी में रखते हुए इनके सकल बिक्री मूल्य (gross selling price) पर 28% की दर से GST लगाने की सिफारिश की थी. मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री समूह इन तीनों गतिविधियों के लिए अलग-अलग दरें तय करने और मूल्यांकन प्रणाली अपनाने के बारे में विचार करने को तैयार है.
नहीं मिलती छूट
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT-Central Board of Direct Taxes) ने पता लगाया है कि भारतीय गेमिंग कंपनियों के प्रतिभागियों ने बीते 3 वर्षों (2019-20 से 2021-22) में तकरीबन 58,000 करोड़ रुपए जीते हैं। इन प्रतिभागियों पर 30% की दर से Income Tax और Penalty जोड़ने के बाद सरकार का 20,000 करोड़ रुपए बकाया है।
अगस्त महीने में 28% बढ़ा GST कलेक्शन
अगस्त महीने में सरकार को 1.40 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का GST कलेक्शन हुआ. लगातार 6 महीने से सरकार को 1.40 लाख करोड़ से ज्यादा का जीएसटी कलेक्शन रहा. अगस्त महीने में सरकार को बीते साल के मुकाबले 28% का इजाफा हुआ था. अगस्त 2021 में सरकार को 1,12,020 करोड़ रुपए का कलेक्शन हुआ था.
इतनी बड़ी है भारत की गेमिंग इंडस्ट्री
ईवाई (EY) की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत ऑनलाइन गेमिंग के मामले में दुनिया में 5वां सबसे बड़ा मार्केट है. साल 2016 में भारत में ऑनलाइन गेमिंग का बाजार 54.3 करोड़ डॉलर था. जोकि साल 2020 में बढ़कर 1.027 अरब डॉलर का हो गया. rack fee के लिहाज से साल 2023 तक इसके 2 अरब डॉलर का बनने का अनुमान है. ऑनलाइन गेमिंग ऑपरेटर्स जो चार्ज लेते हैं उसे रैक फी कहा जाता है. इस कमीशन या ग्रॉस गेमिंग रेवेन्यु पर 18% टैक्स लगाया जाता है. ये टैक्स कई देशों में लागू टैक्स स्ट्रक्चर के अनुरूप है. जिसकी रेंज 15 से 20 फीसदी के बीच है…
देश की गेमिंग इंडस्ट्री फिलहाल 1.5 बिलियन डॉलर्स की है. साथ ही, भारत 38% की वार्षिक वृद्धि दर के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ऑनलाइन गेमिंग बाजार है. भारत में 30 करोड़ से अधिक मोबाइल उपयोगकर्ता ऑनलाइन गेम खेलते हैं. यह देश की आबादी का लगभग एक चौथाई है.