किसान समाचार 12 जून 2022: पंजाब सरकार ने इस बार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर मूंग की खरीद करने की घोषणा की थी. वादे के मुताबिक, राज्य में एमएसपी पर मूंग की खरीद (Moong Procurement) शुरू चुकी है. मंडियों में इस दलहन फसल की आवक भी बढ़ रही है, लेकिन फिर भी किसान परेशान हैं.
दरअसल, आढ़तियों को खरीद प्रक्रिया से बाहर रखा गया है और इससे नाराज होकर वे हड़ताल पर चले गए हैं. इस वजह से खरीद प्रक्रिया में तेजी नहीं आ पा रही है और किसानों (Farmers) को अपनी उपज को बेचने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है.
इस बीच 22 किसान संगठनों ने 16 जून से प्रदर्शन शुरू करने की धमकी है. उनका कहना है कि सरकार खरीद प्रक्रिया में आ रही समस्याओं का समाधान नहीं करती है तो हम विरोध प्रदर्शन करेंगे.
पहली बार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर हो रही है मूंग की खरीद
इस साल पहली बार राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद हो रही है. सरकार ने मूंग के लिए 7275 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी तय की है. हालांकि किसानों से व्यापारी एमएसपी से अधिक दर पर भी मूंग की खरीद कर रहे हैं.
पंजाब कृषि विभाग के मुताबिक, अभी तक मंडियों में 1215 क्विंटल मूंग की आवक पहुंची है. इसमें से 775 क्विंटल की पहले ही खरीद हो चुकी है.
इंडियन एक्सप्रेस ने विभाग की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक बताया है कि 560 क्विंटल मूंग की MSP पर सरकारी खरीद हुई है जबकि 215 क्विंटल व्यापारियों ने खरीदा है.
किसानों से व्यापारी 7275 से लेकर 7400 रुपए प्रति क्विंटल की भाव पर खरीद कर रहे हैं यानी किसानों को एमएसपी से अधिक भाव भी मिल रहा है.
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जल्द समस्याओं का समाधान करे सरकार
भारतीय किसान यूनियन (कादियान) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कादियान ने बताया कि कई मंडियों में भारी मात्रा में उपज बिना बिके हुए पड़ी है. अभी तो यह सीजन की शुरुआत है. जब मंडियों में आवक में बढ़ोतरी होगी तब क्या होगा?
आढ़तिया हड़ताल पर हैं और किसानों को अपनी पैदावार बेचने में दिक्कत आ रही है. इस मामले में सरकार को सक्रिय होना पड़ेगा. वहीं एक अन्य किसान नेता ने कहा कि अगर खरीद प्रक्रिया में सुधार नहीं होता है तो हम 16 जून से मंडियों में प्रदर्शन करेंगे. समस्या सिर्फ मूगं की खरीद के साथ ही नहीं है बल्कि मक्का के साथ भी है.
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, बरनाला की मंडी में 150 क्विंटल मूंग की अभी तक खरीद नहीं हुई है और किसान स्टॉक लेकर इंतजार कर रहे हैं.
ऐसा ही हाल लुधियाना मंडी का है. यहां पर करीब 235 क्विंटल उपज किसान नहीं बेच पाए हैं. इसके अलावा मोहाली समेत कई और जिलों से खबर आ रही है किसान अपनी उपज नहीं बेच पा रहे हैं. इसी को लेकर किसान संगठन नाराज हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि वे खरीद प्रक्रिया में आ रही समस्याओं का समाधान करे.
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