Khet Talab Yojana: मानसून के आगाज़ के साथ ही भारत में खरीफ फसलों की खेती (Kharif Crop Cultivation) का काम शुरु हो चुका है. पानी की कमी के कारण कुछ राज्य खेती के लिये पूरी तरह से बारिश (Rain Based Farming) पर निर्भर हैं. तो कुछ राज्यों में धरती में जल स्तर(Gound Water) गिरता जा रहा है. ऐसी स्थिति में ‘खेत तालाब योजना'(Khet Talab Yojna) किसानों के लिये मसीहा बन रही है.
ये योजना उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) द्वारा किसानों की आमदनी बढ़ाने और खर्च कम करने के नजरिये से चलाई जा रही है. ‘खेत तालाब योजना’ का उद्देश्य बारिश का पानी इकट्ठा (Rainwater Harvesting) करके खेती में सिंचाई(Irrigation) को आसान बनाना है, जिसके लिये किसानों खेत में ही तालाब खुदवाने (Pond Making) के लिये 50% सब्सिडी दी जा रही है.
Highlights of Uttar Pradesh Khet Talab Yojana 2022
योजना का नाम | खेत तालाब योजना |
आरम्भ की गई | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के द्वारा |
वर्ष | 2022 |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश राज्य के सभी किसान |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
उद्देश्य | किसानों के लिए सिंचाई के जल की उपलब्धता कराना |
लाभ | खेतों में ही तलाब की व्यवस्था |
श्रेणी | उत्तर प्रदेश सरकारी योजनाएं |
आधिकारिक वेबसाइट | upagripardarshi.gov.in |
क्या है खेत तालाब योजना
धरती में पानी का स्तर कम होता जा रहा है, जिसके चलते किसानों को सिंचाई साधनों पर काफी खर्च करना पड़ रहा है. इसी खर्च के बोझ को कम करने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्षा जल संचयन यानी बारिश का पानी जमा करने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है.
इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों को खेत में तालाब खुदवाने के लिये 50% सब्सिडी दी जायेगी. ये अनुदान सीधा किसानों के बैंक खाते में तीन किस्तों में डाला जायेगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, खेत में छोटा तालाब बनवाने के लिये 52,500 रुपये और बड़ा तालाब बनवाने के लिये 1,14,200 रुपये का अनुदान दिया जायेगा.
खेत तालाब योजना के फायदे
- इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यही है कि किसानों को जमीन से पानी निकालने के लिये ट्यूबवेल और बिजली पर ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ेगा.
- मौसम विभाग ने इस साल बेहतर बारिश का अनुमान जताया है, ऐसे में खेत तालाब योजना के जरिये ज्यादा से ज्यादा बारिश का पानी तालाबों में इकट्ठा किया जा सकेगा.
- तालाबों में पानी इकट्ठा होने के बाद खरीफ फसलों की सिंचाई के लिये अलग से पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा.
- इस योजना का सीधा फायदा छोटे और सीमांत किसानों(Small Farmers) को मिलेगा, क्योंकि पहले संसाधनों के अभाव में छोटे किसान तालाब की खुदाई नहीं करवा पाते था.
- अब ‘खेत तालाब योजना’ का लाभ लेकर ये किसान तालाब में सिंचाई व्यवस्था (Irrigation System) और मछली पालन (Fish Farming) दोनों काम कर सकेंगे.
- विशेषज्ञों की मानें तो खेत के पास जलस्रोत बनाने से मिट्टी में नमी और भूजल स्तर (Gound Water Level) को कायम रखने में काफी मदद मिलती है.
यहां करें आवेदन
- उत्तर प्रदेश सरकार की खेत तालाब योजना से लाभ लेने के लिये ऑफिशियल वेबसाइट (Official Website) https://upagripardarshi.gov.in/ पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
- ई-मित्र सेंटर भी किसानों को योजना का लाभ दिलाने में मदद करते हैं, इसलिये ई-मित्र सेंटर पर स्कैन दस्तावेज ले जाकर भी आवेदन कर सकते हैं.
- यूपी सरकार ने योजना की पात्रता भी निर्धारित की है, जिसके तहत किसान की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिये.
- आवेदन के लिये सबसे पहले https://upagripardarshi.gov.in/ वेबसाइज पर जायें.
- पारदर्शी किसान सेवा योजना का होमपेज खुलते ही यंत्र/खेत तालाब पर सब्सिडी हेतु टोकन निकालें के ऑप्शन पर क्लिक करें.
- नया वेबपेज खुलते ही खेत तालाब हेतु टोकन के विकल्प पर क्लिक करें, जिससे स्क्रीन पर रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जायेगा.
- इस फॉर्म में जनपद का नाम और पंजीकरण संख्या समेत मांगी गई सभी जानकारियां ठीक प्रकार से भरें और गो बटन पर क्लिक करें.
- नया वेब पेज खुलते ही उत्तर प्रदेश खेत तालाब योजना का आवेदन फॉर्म स्क्रीन पर आ जायेगा.
- इस फॉर्म में सभी जानकारियां ठीक प्रकार से भरकर दस्तावेज अपलोड़ कर दें और सब्मिट बटन कर क्लिक करें.
- उत्तर प्रदेश सरकार की ‘खेत तालाब योजना’ के लिये आवेदन सफलतापूर्वक हो गया है.
ये हैं जरूरी दस्तावेज
- आवेदक किसान का आधार कार्ड
- किसान का निवास प्रमाण पत्र
- किसान का जाति प्रमाण पत्र
- वोटर आईडी कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जमीन की जमाबंदी
- बैंक खाते का विवरण
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. pmfby.org किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.