हरियाणा भारत के मुख्य कृषि और पशुपालन करने वाले राज्यों में से एक है. यहाँ की जमीन गेंहू, कपास और धान की खेती के में प्रसिद्ध है.हरियाणा में नेहरि सिंचाई की भी उत्तम व्यवस्था है. यहाँ के किसान खेती के साथ पशुपालन भी बड़े जोर शोर से करते हैं.लेकिन जिन लोगो के पास खुद की जमीन ही है उनके लिए पशुपालन करना बहुत मुश्किल है. क्योंकि पशुपालन के लिए प्रयाप्त मात्रा में जगह उपलब्ध होना सबसे जरूरी है. इसी समस्या से निजात पाने के लिए ही सांझी डेयरी योजना शुरू की जा रही है.
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सांझी डेयरी योजना का फायदा
सांझी डेयरी योजना के संचलनसे जिन लोगो के पास खुद की जगह नहीं है वो लोग भी पशुपालन कर सकेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा पशुधन प्रदर्शनी के समापन समारोह के अवसर पर सांझी डेयरी योजना शुरू करने की घोषणा की है. ये योजना राज्य में 1 अप्रैल से शुरू की जा रही है.
इस सांझी डेयरी योजना के अंतरगत गाँव की पंचायती जमीन पर पशुओं विशेष शेड बनाया जायेगा। इस शेड में गाँव के वो पशुपालक जिनके पास पशु रखने के लिए खुद की जमीन नहीं है वो इस शेड में अपने पशुओं को रख सकेंगे।इस शेड का निर्माण सहकारिता विभाग द्वारा किया जायेगा। इस योजना से प्रदेश में पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना क्या है ?
इस योजना के तहत प्रदेश सरकार प्रदेश के उन परिवारों को जिनकी सालाना आय 1 लाख रुपए से कम है, उनके लिए पशुपालन या अन्य कार्यों के लिए 2000 करोड़ रुपए बजट में आवंटित किये गए हैं. इस प्रकार प्रदेश के करीब 2 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ मिलने की सम्भावना है. इस प्रकार गरीब लोग खेती के साथ मछली पालन, मधुमखी पालन और फूलों की खेती इत्यादि कर सकेंगे।