Economic Survey 2025: आज संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इकोनॉमिक सर्वे 2025 पेश किया। इस रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) में भारत की रियल GDP 8.2% की दर से बढ़ी, जो स्थिर उपभोग मांग और निवेश में वृद्धि के कारण संभव हुई। यह आर्थिक प्रगति दर्शाती है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है।
इकोनॉमिक सर्वे और बजट में अंतर
इकोनॉमिक सर्वे बजट से पहले जारी किया जाता है और यह पिछले वित्तीय वर्ष की आर्थिक स्थिति का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करता है। इसमें आने वाले वर्ष के लिए सुझाव भी दिए जाते हैं, लेकिन ये अनिवार्य नहीं होते। वहीं, केंद्रीय बजट सरकार की आय और व्यय योजना को प्रस्तुत करता है, जिसमें पिछले साल की उपलब्धियों और आगामी वित्तीय वर्ष की योजनाओं को शामिल किया जाता है।
FY24 की प्रमुख उपलब्धियां
1. रियल GDP ग्रोथ में वृद्धि
FY24 में भारत की रियल GDP 8.2% की दर से बढ़ी, जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है। इस वृद्धि का मुख्य कारण स्थिर उपभोग मांग और निवेश में वृद्धि रहा।
2. महंगाई दर में कमी
खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) FY24 में 5.4% रही, जो कोविड-19 महामारी के बाद सबसे कम है। हालांकि, खाद्य महंगाई (Food Inflation) 7.5% रही, जो FY22 के 3.8% से काफी अधिक है।
3. कृषि क्षेत्र में मजबूती
कृषि क्षेत्र ने सामान्य ट्रेंड से बेहतर प्रदर्शन किया। तेल बीज और दालों के उत्पादन में वृद्धि हुई, और सब्जियों के लिए भंडारण सुविधाओं में सुधार किया गया।
FY25 के लिए अनुमान
1. रियल GDP ग्रोथ 6.4%
इकोनॉमिक सर्वे 2025 के अनुसार, FY25 में भारत की रियल GDP ग्रोथ 6.4% रहने का अनुमान है। यह पिछले 10 वर्षों के औसत के करीब है।
2. महंगाई दर में और कमी
महंगाई दर FY25 में 4.9% रहने का अनुमान है, जो केंद्रीय बैंक के लक्ष्य स्तर के करीब है।
3. कैपिटल एक्सपेंडिचर में सुधार
जुलाई-नवंबर 2024 के दौरान कैपिटल एक्सपेंडिचर (CAPEX) में 8.2% की वृद्धि हुई है, जो आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है।
वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की स्थिरता
इकोनॉमिक सर्वे 2025 में बताया गया कि वैश्विक स्तर पर जारी आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर बनी हुई है। FY26 में GDP ग्रोथ 6.3% से 6.8% के बीच रहने की संभावना है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बजट सत्र में भाषण
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट सत्र की शुरुआत में कहा कि “भारत अब आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता का एक मजबूत स्तंभ बन गया है।” उन्होंने महिला सशक्तिकरण, जम्मू-कश्मीर में स्थिति में सुधार और डिजिटल क्रांति पर सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया।
निष्कर्ष
इकोनॉमिक सर्वे 2025 भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है। FY24 में 8.2% की GDP ग्रोथ और FY25 में 6.4% की अनुमानित वृद्धि के साथ, भारत वैश्विक चुनौतियों के बावजूद स्थिरता बनाए हुए है। सरकार की नीतियों और सुधारों ने आर्थिक विकास को गति दी है, और आने वाले वर्षों में भी सकारात्मक प्रदर्शन की उम्मीद है।
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