नई दिल्ली : क्या आपने कभी सोचा है कि दिल्ली की हवा इतनी खराब क्यों हो गई है? सड़कों पर धुआँ उगलती पुरानी गाड़ियाँ इसका एक बड़ा कारण हैं। लेकिन अब दिल्ली सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए कमर कस ली है। 1 अप्रैल से शहर के सभी पेट्रोल पंपों पर ANPR कैमरे लगाए जा रहे हैं। ये कैमरे पुरानी गाड़ियों को पकड़कर उन्हें ईंधन देने से रोकेंगे। यह कदम नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेश को मानते हुए उठाया गया है। इसका मकसद साफ है—दिल्ली की हवा को साफ करना और लोगों को बेहतर जीवन देना।
दिल्ली में वाहन प्रदूषण: एक गंभीर चुनौती
दिल्ली की हवा आज दुनिया में सबसे प्रदूषित मानी जाती है। यहाँ हर साँस के साथ हानिकारक कण हमारे फेफड़ों में घुस रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में हर साल लगभग 10,000 लोग वायु प्रदूषण की वजह से असमय मृत्यु का शिकार होते हैं। शहर में करीब 1.2 करोड़ वाहन पंजीकृत हैं। इनमें से कई गाड़ियाँ इतनी पुरानी हैं कि आधुनिक उत्सर्जन मानकों को पूरा नहीं करतीं। यही वजह है कि वाहन प्रदूषण यहाँ की सबसे बड़ी समस्या बन गया है।
ANPR कैमरे: पुरानी गाड़ियों पर लगाम
दिल्ली सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए ANPR यानी ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरों का सहारा लिया है। ये खास कैमरे पेट्रोल पंपों पर लग रहे हैं। इनका काम है 15 साल से पुरानी पेट्रोल गाड़ियों और 10 साल से पुरानी डीजल गाड़ियों को पहचानना। NGT के सख्त निर्देश हैं कि ऐसी गाड़ियों को ईंधन न दिया जाए। दिल्ली के लगभग 500 पेट्रोल पंपों में से 80% पर ये कैमरे पहले ही लग चुके हैं। यह तकनीक पुरानी गाड़ियों को सड़कों से हटाने में बड़ी भूमिका निभाएगी।
तकनीक का जादू: ANPR कैमरे कैसे करते हैं काम
ANPR कैमरे किसी जादू से कम नहीं हैं। जैसे ही कोई गाड़ी पेट्रोल पंप पर पहुँचती है, यह कैमरा उसकी नंबर प्लेट को स्कैन करता है। फिर यह जानकारी तुरंत एक सेंट्रल डेटाबेस से मिलाई जाती है। यह डेटाबेस सरकार के Vahan पोर्टल से जुड़ा है, जहाँ हर गाड़ी की उम्र दर्ज होती है। अगर गाड़ी नियमों से बाहर है, तो सिस्टम उसे ‘डिफॉल्टर’ घोषित कर देता है। बस कुछ सेकंड में यह तय हो जाता है कि आपको ईंधन मिलेगा या नहीं। यह प्रक्रिया इतनी तेज है कि आप सोच भी नहीं सकते।
नियम तोड़े तो खैर नहीं: जुर्माना और सजा
दिल्ली सरकार पुरानी गाड़ियों के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है। अगर आपकी गाड़ी पकड़ी गई, तो कार पर 10,000 रुपये और दोपहिया वाहन पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगेगा। इतना ही नहीं, आपको लिखित में वादा करना होगा कि आप दोबारा नियम नहीं तोड़ेंगे। बार-बार नियम तोड़ने पर गाड़ी को स्क्रैप कर दिया जाएगा। सरकार ने ‘दिल्ली के सार्वजनिक स्थानों पर बेकार हो चुके वाहनों के प्रबंधन के लिए दिशानिर्देश, 2024’ भी लागू किए हैं। इसके तहत पुरानी गाड़ी को छुड़ाने के लिए आपको NOC लेना होगा या उसे NCR से बाहर रजिस्टर कराना होगा।
स्वच्छ हवा का सपना: सरकार की कोशिशें
ANPR कैमरे इस लड़ाई का सिर्फ एक हिस्सा हैं। दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए और भी कई कदम उठा रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने की कोशिशें तेज हो रही हैं। प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर भी नकेल कसी जा रही है। पिछले साल सितंबर तक सरकार ने 59 लाख से ज्यादा पुरानी गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया। लेकिन असली बदलाव तभी आएगा जब हम सब अपनी जिम्मेदारी निभाएँ।