Mustard Price Update : बढ़े दाम पर तेल मिलों की मांग घटने से शनिवार को घरेलू बाजार में सरसों की कीमतें स्थिर हो गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 5725 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर 4.50 लाख बोरियों की रह गई।
व्यापारियों के अनुसार मलेशिया में पाम तेल के सबसे सक्रिय वायदा अनुबंध में चालू सप्ताह में 4.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि इस दौरान शिकागो में सोया तेल की कीमतें तेज हुई थी।
हालांकि घरेलू बाजार में शनिवार को सरसों तेल की कीमतों में नरमी आई, लेकिन सरसों खल के दाम तेज हुए।
जानकारों के अनुसार उत्पादक राज्यों में सरसों की मंडियों में शनिवार को सरसों की दैनिक आवकों में कमी आई, क्योंकि किसान एवं स्टॉकिस्ट दाम घटाकर बिकवाली कम कर रहे हैं। हालांकि उत्पादक राज्यों में सरसों का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है, इसलिए इसककी दैनिक आवक मंडियों में अभी बनी रहेगी। साथ ही त्योहारी सीजन को देखते हुए आगामी दिनों में सरसों तेल की मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
व्यापारियों के अनुसार काला सागर से अनाज के निर्यात सौदों पर रोक से विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की सप्लाई प्रभावित होगी। साथ ही मलेशिया से पाम तेल का निर्यात चालू महीने में बढ़ रहा है।
उधर अमेरिका के सोयाबीन के उत्पादक क्षेत्रों में प्रतिकूल मौसम से फसल प्रभावित होने का डर है। इसलिए विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में आगे और सुधार बन सकता है। इसलिए घरेलू बाजार में भी खाद्वय तेलों की कीमतों में मंदे के आसार न हीं है।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शनिवार को लगातार दो दिनों की तेजी के बाद 3-3 रुपये कमजोर होकर दाम क्रमशः 1,095 रुपये और 1,085 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 20 रुपये तेज होकर भाव 2655 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गए।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक घटकर शनिवार को 4.50 लाख बोरियों रह गई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक 5.25 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 2.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 65 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 55 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 25 हजार बोरी तथा गुजरात में 15 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 65 हजार बोरियों की आवक हुई।