राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन को भारत सरकार द्वारा सम्पूर्ण राष्ट्रीय ग्रामीण नागरिको को स्वास्थ्य सम्बन्धी सुरक्षा देने के लिए शुरू किया हैं। इस मिशन के तहत गरीब लोगो, खासकर महिलाओं और बच्चो को स्वास्थ्य संबंधी सेवा प्रदान की जाती है। Rashtriya Gramin Swasthya Mission का संचालन पुरे देश में किया जा रहा हैं। अगर आप भी इस मिशन के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल को पूरी ध्यान से पढ़ें..
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन क्या है?
आपको बता दें कि भारत सरकार द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की शुरुआत 12 अप्रैल 2005 में की गयी थी। मुख्य रूप से ग्रामीण व्यक्तियों, महिलाओं और विशेष रूप से बच्चो को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा प्रदान करने हेतु शुरू किया गया हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत 18 राज्यों को शामिल किया गया है जिनकी लिस्ट आप नीचे देख सकते है.
नेशनल हेल्थ रूरल मिशन में आने वाले राज्य
इन 18 राज्यों पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जा रहा हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं- छत्तीसगढ़, मेघालय, मिजोरम, बिहार, मणिपुर, असम, अरुणांचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उड़ीसा, नागालैंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा और उत्तरांचल।
1. हिमाचल प्रदेश | 10. असम |
2. मेघालय | 11. राजस्थान |
3. सिक्किम | 12. मध्य प्रदेश |
4. त्रिपुरा | 13. मिजोरम |
5. उत्तर प्रदेश | 14. जम्मू-कश्मीर |
6. नागालैंड | 15. छत्तीसगढ़ |
7. उड़ीसा | 16. मिजोरम |
8. बिहार | 17. अरुणाचल प्रदेश |
9. मणिपुर | 18. उत्तरांचल |
Rashtriya Gramin Swasthya Mission डिटेल
मिशन का नाम | Rashtriya Gramin Swasthya Mission |
आरम्भ तिथि | 12 अप्रैल 2005 |
उद्देश्य | स्वास्थ्य एवं देखभाल सेवा प्रदान करना |
आधिकारिक वेबसाइट | nhm.gov.in |
ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के प्रमुख लक्ष्य
- मातृत्व मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों में कमी लाना।
- मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारी के वार्षिक मामलों में कमी लाना।
- स्थानीय बीमारी के साथ संचारी व गैर संचारी रोगो की रोकथाम एवं नियंत्रण करना।
- महिलाओं एवं बच्चो को स्वास्थ्य सेवा की सुविधा सुलभता से उपलब्ध कराना।
- मिशन द्वारा स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा दिया जायेगा।
- विशेष रूप से कमजोर जन सूचक राज्यों पर ध्यान दिया जायेगा।
- पंचायती राज संस्थानों का सुद्रढीकरण करना।
- आशा की सहायता से स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देना।
- वैकल्पिक औषधी पद्धतियों को प्रोत्साहन देना।
- समस्त राष्ट्रीय ग्रामीण बच्चो को टीकाकरण करना।
- तपेदिक क्षय जैसे रोगो की रोकथाम करना।
- साल पेयजल और सुलभ शौचालयों की व्यवस्था उपलब्ध कराना।
- जनसँख्या स्थिरीकरण, लिंग और जनसांख्यिकी संतुलन।
- स्वास्थ्य देखभाल में घरेलू जेब खर्च में कटौती।
Rashtriya Gramin Swasthya Mission में किए गए बदलाव
- आशा की सहायता से ग्रामीण स्वास्थ्य हेतु सुविधा उपलब्ध कराना।
- उपकेंद्रों की क्षमता में वृद्धि करने हेतु किये गए कार्य – आवश्यकतानुसार नये उपकेंद्रों का निर्माण करना, उपकेंद्रों हेतु नयी बिल्डिंग का निर्माण करना, उक्त क्षेत्र की महिला कार्यकार्ता की नियुक्ति करना, 10000 रुपए महिला कार्यकर्त्ता को दिए जायेंगे जिनका प्रयोग ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल में किया जायेगा, स्वास्थ्य देखभाल हेतु आवश्यक औषधी उपलब्ध करायी जाएँगी।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र क्रियान्वन एवं विकास वृद्धि हेतु दी जाने वाली वयवस्था –
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 24 घंटे खुले रहेंगे और नर्सिंग की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाएगी।
- जरूरत पड़ने पर नर्स व डॉक्टर की नियुक्ति की जा सकती हैं।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की शुरुआत कब हुई?
भारत सरकार द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की शुरुआत 12 अप्रैल 2005 को की गयी थी।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन ऑफिसियल वेबसाइट कौन सी है ?
इस मिशन की आधिकारिक वेबसाइट nhm.gov.in है।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के हेल्पलाइन नंबर
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के हेल्पलाइन नंबर – 23063523 है