राजस्थान संरक्षित खेती अनुदान योजना: राजस्थान में ग्रामीण इलाकों के लोगों के द्वारा ज्यादातर खेती की जाती है, इसलिए राजस्थान राज्य एक कृषि प्रधान राज्य है। यहाँ पर सभी प्रकार की गेहूं, सरसों और चना की खेती के साथ-साथ सब्जी खेती भी बड़ी मात्रा में की जाती है। इसलिए कई बार मौसम परिवर्तन के कारण इन फसलों के खराब होने से किसानों को नुकसान का सामना भी करना पड़ता है, लेकिन अब किसानो को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है ।
क्योंकि राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के किसानों के लिए बड़ा कदम उठाया गया है, जिसके चलते प्राकृतिक आपदा और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से फसलों को बचाने और संरक्षित खेती को बढ़ाना देने के लिए किसानों को सहायाता राशि दी जाएगी ।
संरक्षित खेती के लिए एक हज़ार करोड़ रुपए का अनुदान #मॉडल_स्टेट_राजस्थान#model_state_rajasthan#ModelStateRajasthan@ashokgehlot51 @AshokChandnaINC @RajCMO @RajGovOfficial pic.twitter.com/H06srxvzeG
— सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, राजस्थान सरकार (@DIPRRajasthan) April 19, 2023
योजना से 60 हजार किसानों को लाभ मिलेगा
जानकारी के लिए बता दें कि, ग्रीन हाउस और पॉली हाउस के अंदर की जाने वाली खेती को संरक्षित खेती कहते हैं। जिसके अंदर की जाने जाने वाली फसलों के पर बारिश, धूप, सर्दी और गर्मी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। साथ ही पैदावार भी बड़ी मात्रा में होती है ।
इसलिए राजस्थान सरकार ने संरक्षित खेती पर एक हजार करोड़ रुपये की राशि सब्सिडी के रूप में खर्च करने की योजना बनाई है। राजस्थान संरक्षित खेती अनुदान योजना के तहत 2 साल में प्रदेश के 60 हजार किसानों को लाभ मिलेगा ।
कल्याण कोष से मिलेगी 25 % अतिरिक्त सब्सिडी
राजस्थान कृषि विभाग ने ट्वीट कर सब्सिडी राशि के बारे में जानकारी दी है। फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में पहले 30 हजार किसानों को सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए 501 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे ।
वहीं, अधिसूचित जनजाति क्षेत्र के किसानों, सीमांत किसानों और कम जोत वाले किसानों को 25 फीसदी एक्स्ट्रा सब्सिडी दी जाएगी। इसके लिए कल्याण कोष से 444.43 करोड़ रुपये अलग खर्च किए जाएंगे ।