PMMVY: केंद्र की मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) 2.0 लागू कर दी है। इस योजना के ज़रिए सरकार का उद्देश गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं की सेहत में सुधार करना है। साथ ही साथ महिलाओं को आर्थिक प्रोत्साहन के जरिए कुपोषण के असर को कम करना है। वहीं मेडिकल ट्रीटमेंट और दवा खर्च से जुड़े फाइनेंशियल (financial) समस्याओं को भी कम करना है। यह योजना गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए सरकार की ओर से चलाई जाती है। इस स्कीम के ज़रिए महिलाओं के बैंक खातों में हर साल तीन किश्तों में 5000 रुपये राशि दी जा रही हैं।
Highlights of Pradhan Mantri Matritva Vandana Yojana 2023
योजना का नाम | Pradhan Mantri Matritva Vandana Yojana [PMMVY] |
योजना शुरू की गई | केंद्र सरकार (प्रधानमंत्री जी द्वारा) |
लांच | 1 जनवरी 2017 |
विभाग | महिलाओं और बच्चों के विकास मंत्रालय |
आवेदन की अंतिम तिथि | Not Applicable |
लाभार्थी | गर्भवती महिला |
योजना का लाभ | 5000 रूपये |
ऑफिसियल वेबसाइट | https://wcd.nic.in/ |
ऐसे मिलेगी 5000 रुपये राशि
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के तहत सरकार द्वारा प्रेगनेंट महिला को योजना में रजिस्ट्रेशन के समय 1,000 रुपये की पहली किश्त दी जाती है। 6 महीने के कम से कम एक प्रसवपूर्व जांच कराने के बाद 2,000 रुपये की दूसरी किश्त दी जाती है। आखिरी में बच्चे के जन्म के रजिस्ट्रेशन के बाद 2,000 रुपये की तीसरी किश्त दी जाती है। इस प्रकार इस योजना के तहत सरकार द्वारा तीन किस्तों में कुल 5000 रुपये की आर्थिक राशि मुहैया करवाई जाती है।
जानिए किन महिलाओं को मिलेगा योजना का लाभ
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY-Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) का वो महिलाएं फायदा उठा सकता हैं, जो दैनिक वेतनमान पर काम कर रही हैं। इसके अलावा जिन महिलाओं की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर हैं। वो भी योजना का लाभ लेने के लिये अप्लाई कर सकती हैं।
इस योजना का मुख्य मकसद गर्भावस्था के दौरान मजदूरी में हुए नुकसान को कम करना है। फॉर्म अप्लाई करते समय आय प्रमाण पत्र (income certificate) लगाना ज़रूरी है। ताकि महिला की आर्थिक स्थिति का सत्यापन किया जा सके।
जानकारी के लिए आपको बता दे की इस योजना का फायदा उन महिलाओं को नहीं मिलता है, जो किसी भी केंद्रीय या फिर राज्य सरकार के उपक्रम (Enterprise) से जुड़ी हुई हैं। इस आर्थिक मदद के मिलने से गर्भवती महिलाओं को आराम करने का समय मिल जाता है।
योजना का लाभ
PMMVY पहल का भारत में मातृ स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ा है। इससे गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट (medical treatment) और देखभाल की सुविधा मिलती है। जिससे कुपोषण में कमी आई है। इसके अलावा इस योजना के जरिए वित्तीय प्रोत्साहनों ने गर्भवती महिलाओं और उनके परिवारों पर वित्तीय दबाव में कमी आई है।