सरसों में तेजी: नीचे दाम पर बिकवाली कमजोर होने से घरेलू बाजार में सोमवार 1 मई को सरसों की कीमतों (Mustard Price) में सुधार आया। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 75 रुपये तेज होकर दाम 5,175 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर 2.5 लाख बोरियों की हुई।
व्यापारियों के अनुसार जहां नीचे दाम पर तेल मिलों की खरीद बढ़ी है, वहीं स्टॉकिस्टों की बिकवाली भी इन भाव में कमजोर हुई। हालांकि उत्पादक राज्यों में खराब मौसम को असर भी आज सरसों की दैनिक आवकों पर पड़ा है। जानकारों के अनुसार सरसों की कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों की कीमतों पर भी निर्भर करेगी। ऐसे में इसके भाव में हल्का सुधार तो और भी आ सकता है लेकिन अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है।
जानकारों के अनुसार विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है, क्योंकि पाम तेल के सबसे बड़े उत्पादक देश इंडोनेशिया में नीतियों में बदलाव की उम्मीद है। उधर ब्राजील में सोयाबीन का बंपर उत्पादन होने का अनुमान है। हालांकि अर्जेंटीना में सोयाबीन के उत्पादन अनुमान में कमी आशंका है।
शिकागो में सोया तेल जुलाई वायदा अनुबंध में भाव 0.39 फीसदी कमजोर हुए। सार्वजनिक अवकाश के कारण मलेशियाई पाम तेल वायदा बंद रहा।
पहली से 30 अप्रैल के दौरान मलेशियाई पाम तेल उत्पादों का निर्यात मार्च की समान अवधि के मुकाबले 18.19 फीसदी घटकर 1,438,074 टन का हुआ, जबकि मार्च में इसका निर्यात 1,176,432 टन का हुआ था।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें सोमवार को 22-22 तेज होकर भाव क्रमश: 983 रुपये और 973 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 20 रुपये बढ़कर 2445 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक सोमवार को 2.50 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक सात लाख बोरियों की हुई थी।