Mustard price : तेल मिलों की मांग कमजोर होने के चलते घरेलू बाजार में बुधवार को सरसों की कीमतों में नरमी देखने को मिली । जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 25 रुपये कमजोर होकर दाम 5600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
व्यापारियों के अनुसार मलेशिया में पाम तेलों की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट आई, जिससे घरेलू बाजार में सरसों एवं इसके तेल में मांग घटने से भाव नरम हो गए। घरेलू बाजार में शाम के सत्र में ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों की खरीद कीमतों में लगातार दूसरे दिन 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती की।
जानकारों के अनुसार खराब मौसम के बावजूद भी उत्पादक मंडियों में बुधवार को सरसों की दैनिक आवकों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के साथ ही कई अन्य राज्यों में मौसम खराब बना हुआ है, तथा कुछ जगह बारिश भी हुई है। उद्योग के अनुसार उत्पादक राज्यों में किसानों के साथ ही व्यापारियों के पास सरसों का बकाया स्टॉक ज्यादा है। इसलिए इसकी दैनिक आवक अभी बराबर बनी रहने के आसार हैं।
विदेशी बाज़ारों की स्थिति
जून अंत में इन्वेंट्री बढ़ने के पूर्वानुमान के कारण मलेशियाई पाम तेल वायदा बुधवार को दूसरे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ, हालांकि जुलाई में पाम उत्पादों के निर्यात में सुधार की उम्मीद से गिरावट सीमित हुई। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर सितंबर डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध के भाव 21 रिंगिट यानी 0.54 फीसदी घटकर 3862 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुए। डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 0.1 फीसदी तेज हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 0.6 फीसदी गिर गया। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड सार्वजनिक अवकाश के कारण बंद था।
सूत्रों के अनुसार जून के अंत तक मलेशिया में पाम तेल की इन्वेंट्री 1.86 मिलियन मीट्रिक टन होने की उम्मीद है, जोकि एक महीने पहले की तुलना में लगभग 10.5 फीसदी अधिक है। सर्वेक्षण के अनुसार, जून में पाम उत्पादों का उत्पादन 0.8 फीसदी गिरकर 1.51 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि इनका निर्यात 0.7 फीसदी बढ़कर 1.09 मिलियन टन होने की संभावना है।
जानकारों के अनुसार जुलाई में मलेशियाई पाम तेल उत्पादों की निर्यात शिपमेंट में सुधार आने की उम्मीद है, क्योंकि अन्य खाद्वय तेलों की तुलना में पाम तेल के दाम कम है, साथ ही कमजोर रिंगिट से भी निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि इन्वेंट्री बढ़ने के साथ ही पाम उत्पादों का उत्पादन अनुमान ज्यादा होने से कीमतों में बड़ी तेजी के आसार भी नहीं है।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें बुधवार को लगातार दूसरे दिन 7-7 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 1,055 रुपये और 1,045 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 20 रुपये कमजोर होकर 2575 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बुधवार को बढ़कर साढ़े पांच लाख बोरियों की हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक पांच लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 2.50 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 85 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 65 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 35 हजार बोरी तथा गुजरात में 20 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 95 हजार बोरियों की आवक हुई।