Mustard Latest Report: उत्पादक क्षेत्रों से आवक बढ़ने तथा तेल मिलों की मांग कमजोर होने से हाल ही में सरसों के भाव 300 रूपए प्रति कुंतल घट गए। भविष्य में इसमें और ज्यादा मंदे की संभावना नहीं है। ताजा सर्वे के अनुसार उत्पादक क्षेत्रों से नई सरसों की आवक बढ़ने तथा तेल मिलों की मांग कमजोर होने से एक माह के दौरान सरसों के भाव 300 रुपए घटकर 5450/5500 रुपए प्रति कुंतल रह गए।
नजफगढ़ मंडी में इसके भाव 4900/5000 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। उठाव न होने से जयपुर में 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों के भाव 300 रुपए घटकर 5700 रुपए प्रति कुंतल रह गए। आगरा में इसके भाव 5900 रुपए प्रति कुंतल रह गए। देश की विभिन्न मंडियों में सरसों की आवक 12.50 से 13.50 लाख बोरी दैनिक की हो रही है। इसे भी देखें : Rajasthan Mandi Bhav 19 March 2023: आज ग्वार, सरसों, चना और मूँग के ताजा मंडी भाव
चालू सीजन में सरसों का रिकॉर्ड उत्पाद
सरसों का उत्पादन मुख्यत: राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़, बंगाल इत्यादि राज्यों में होता है। बिजाई का रकबा बढ़ने तथा अनुकूल मौसम होने के कारण इस वर्ष सरसों की फसल काफी अच्छी हुई है। गत दिनों जयपुर में संपन्न हुए रबी सेमिनार में सरसों का उत्पादन 113 लाख टन के लगभग होने की संभावना व्यक्त की गई है।
राजस्थान में सरसों का उत्पादन 52 लाख टन, यूपी 14 लाख टन, मध्य प्रदेश 16 लाख टन, हरियाणा पंजाब में 9 लाख टन, पश्चिम बंगाल 6 लाख टन, गुजरात 4.75 लाख टन एवं अन्य उत्पादक राज्यों में 11.25 लाख टन होने की संभावना बताई गई है। नया सीजन शुरू होने पर सरसों का बकाया स्टॉक 6 लाख टन था।
सरसों में नहीं ज्यादा मंदा
सरकार द्वारा समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी किए जाने के कारण इस वर्ष किसानों का रुझान सरसों की तरफ बढ़ा है। वर्ष 2023-2024 के लिए सरसों का समर्थन मूल्य 5450 रुपए निर्धारित किया गया है। नये माल की आवक बढ़ने के कारण अधिकांश मंडियों में सरसों के भाव समर्थन मूल्य से नीचे बिकने लगे हैं। जिसके कारण निचले स्तर पर स्टॉकिस्टों की लिवाली शुरू हो गई है। वर्तमान हालात को देखते हुए आने वाले दिनों में सरसों की कीमतों में और ज्यादा घटने की गुंजाइश नहीं है। आवक का दबाव बढ़ने से नीचे में सरसों के भाव 5000/5100 रुपए के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद बाजार फिर बढ़ने लगेगा। इसे भी पढ़े : Haryana Mandi Bhav 19 March 2023: सरसों, गेहूं, नरमा-कपास से लेकर सभी फसलों के मंडी रेट