Sarso Bhav 29 April 2023: आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट बनी रहने से घरेलू बाजार में शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन सरसों के दाम कमजोर हुए। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 75 रुपये घटकर दाम 5,175 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक 8 लाख बोरियों पर स्थिर हो गई।
व्यापारियों के अनुसार मलेशिया से पाम तेल के निर्यात में कमी आने के साथ ही इंडोनेशिया से निर्यात बढ़ने की संभावना से पाम तेल की कीमतों में लगातार गिरावट बनी हुई। चालू महीने में पाम तेल के कीमतों में 10.8 फीसदी की गिरावट आई है, जोकि सितंबर के बाद सबसे बड़ी गिरावट है।
उधर शिकागो में सोया तेल की कीमतों में सुधार तो आया है, लेकिन जानकारों का मानना है कि ब्राजील में सोयाबीन के बंपर उत्पादन अनुमान से कीमतों पर दबाव बनेगा। इसलिए विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है। अत: घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतें लगातार कमजोर बनी हुई है। इस कारण घरेलू बाजार में तेल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रही हैं। हालांकि उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवकों में पहले की तुलना में कमी आई है, लेकिन चालू सीजन में उत्पादन अनुमान ज्यादा है तथा किसानों के पास सरसों का बकाया स्टॉक अच्छा है। इसलिए अभी आवकों का दबाव बना रहेगा।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शुक्रवार को भी 24-24 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 961 रुपये और 951 रुपये प्रति 10 किलो रह गई। इस दौरान सरसों खल के दाम 20 रुपये कमजोर होकर दाम 2425 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोया व पाम ऑयल के भाव टूटे
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतें 102 रिगिंट यानी 2.95 फीसदी कमजोर होकर 3,353 रिंगिट प्रति टन रह गई। इसके भाव 29 सितंबर के बाद से निचले स्तर पर आ गए हैं।
इस दौरान इस दौरान डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 1.2 फीसदी तक कमजोर हो गया, जबकि इसके पाम तेल वायदा अनुबंध में 1.6 फीसदी की गिरावट आई। हालांकि शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतें 0.02 फीसदी तेज हुई।
कार्गो सर्वेयर सोसाइटी जनरल डी सर्विलांस के अनुसार, मलेशिया से पाम तेल उत्पादों का निर्यात पहली से बीस अप्रैल के दौरान पिछले महीने पहले की तुलना में 20.3 फीसदी कम हुआ।
दैनिक आवक स्थिर
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक शुक्रवार को भी 8 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में भी आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 4.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 90 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 65 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 80 हजार बोरी तथा गुजरात में 50 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 90 हजार बोरियों की आवक हुई।