Green Manure Subsidy: आजकल किसान कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए अत्यधिक मात्रा में खाद और दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे जमीन भी खराब हो रही है और खाद युक्त खेती की फसलें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं. इन सबसे बचने के लिए सरकार जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है. इसी दिशा में एक कदम है हरी खाद पर 80% की सब्सिडी। हरियाणा सरकार प्रदेश के किसानों को हरी खाद ढेंचा की खेती के लिए 80 % की सब्सिडी उपलब्ध करवा रही है। इसके तहत प्रति एकड़ 720 रूपए की सब्सिडी दी जाएगी।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन एवं फसल विविधिकरण योजना के तहत हरी खाद की खेती के लिए किसानों को 720 रुपये प्रति एकड़ के अनुदान का प्रावधान किया है. यूरिया के लगातार अत्यधिक इस्तेमाल से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता ख़तम होती जा रही है. यूरिया युक्त फसलें स्वास्थ्य पर भी गलत असर डालती हैं. इसकी जगह हरी सनई ढेंचा खाद बहुत अच्छा विकल्प है. इससे जमीन की उत्पादकता क्षमता भी बनी रहती है. और फसलें भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि हरी खाद के इस्तेमाल से भूजल स्तर में भी सुधार देखा गया है. हरी खाद जमीन में जीवांशों की संख्या में इजाफा होता है जो कि जमीन की उत्पादकता को बढ़ाते हैं. इन सभी फायदों को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार हरी खाद को बढ़ावा दे रही है. इसी के अंतरगत 80% की सब्सिडी दे रही है.
Green Manure Subsidy: सब्सिडी कैसे लें ?
Green Manure Subsidy Online Application:हरी खाद की सब्सिडी के लिए मेरी फसल–मेरा ब्यौरा पोर्टल पर या www.agriharayana.gov.in पर 4 अप्रैल 2023 तक ऑनलाइन आवेदन लिए जायेंगे।
ऑनलाइन आवेदन पश्चात जिस्ट्रेशन स्लिप के आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड इत्यादि आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी हरियाणा बीज विकास निगम बिक्री केंद्र पर जमा करें . यहाँ किसान भाई 20% राशि का भुगतान करके हरी खाद का बीज प्राप्त कर सकते हैं. एक किसान अधिकतम 10 एकड़ यानी कि 7200 रुपये का अनुदान पा सकता है। बाकि का 80 प्रतिशत खर्च सरकार वहन करेगी।
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