Green House Farming: भारत प्राचीन काल से एक कृषि प्रधान राष्ट्र रहा है। हमारे देश में 60 प्रतिशत से ज्यादा की जनसँख्या कृषि के क्षेत्र से जुडी हुई है। लेकिन मौसम की मारामारी के कारण किसानों की फसलें खराब हो जाती हैं। कभी ज्यादा गर्मी तो कभी ज्यादा सर्दी की वजह से फसल खराब हो जाती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए एक नई तकनीक है ग्रीन हाउस फार्मिंग। ग्रीन हाउस तकनीक से किसान अपनी फसल को अत्यधिक गर्मी या सर्दी से बचा सकते हैं। ग्रीन हाउस फार्मिंग से आप बेमौसमी फसलों की खेती भी कर सकते हैं। बेमौसमी फसलों की खेती करने से किसान लाखों रूपए कमा सकते हैं। क्योंकि बेमौसमी फसलों या सब्जियों के बाजार भाव भी ज्यादा रहते हैं।
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ग्रीन हाउस फार्मिंग सब्जी तथा फलों की खेती करने के लिए बहुत ज्यादा कारगर तकनीक है।
राजस्थान सरकार दे रही 70 प्रतिशत तक की सब्सिडी
ग्रीन हाउस फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार इस पर सब्सिडी दे रही है। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के इसके लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी पा सकते हैं। इसके अलावा लघु, माध्यम , अनुसूचित जाती तथा अनुसूचित जनजाति के लोगो को 20 ज्यादा सब्सिडी मिलती है। यानि कि कुल 70 प्रतिशत की सब्सिडी पा सकते हैं.
क्या फायदा है ग्रीन हाउस फार्मिंग का ?
ग्रीन हाउस फार्मिंग तकनीक में एक कांच या प्लास्टिक का शेड लगाया जाता है। ये शेड फसलों को अत्यधिक गर्मी या सर्दी से बचता है। इसका सबसे ज्यादा फायदा सब्जी तथा फलों की खेती करने में होता है. क्योंकि सब्जी और फलों की नाजुक खेती होती है। ये गर्मी और सर्दी ज्यादा पड़ने पर जल्दी खराब हो जाती है. इससे किसान गर्मी वाली फसल सर्दी में और सर्दी वाली फसल गर्मी में ऊगा सकते हैं। इससे बेमौसमी फसल बेचने पर भाव भी अच्छा मिल जाता है।
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Green House Farming: कैसे प्राप्त करें सब्सिडी ?
- ग्रीन हाउस फार्मिंग की सब्सिडी पाने के लिए आपका मूल निवास राजस्थान का होना चाहिए।
- साथ ही आपके नाम कृषि योग्य जमीन भी होनी चाहिए।
- खेती में सिंचाई की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए।
- किसान के नाम पर बैंक खता जरुरी है।
- ग्रीन हाउस शेड बनाने में लगने वाले खर्च की कोटशन डीलर से लेकर दिखानी पड़ेगी।
इसके अलावा और अधिक जानकारी लेने के लिए आप राजस्थान के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। आधिकारिक वेबसाइट का लिंक निचे दिया गया है।
राजस्थान कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के लिए यहाँ क्लिक करें।
इसके अलावा आप ई मित्र से भी इस योजना से सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
