नई दिल्ली: देश के करोड़ों किसानों के लिए खुशखबरी है। अब उन्हें डीएपी फर्टिलाइजर (DAP Fertilisers) की बोरियां को ले जाने की दिक्कतों से मुक्ति मिलेगी। केंद्र सरकार ने नैनो यूरिया (Nano Urea) के बाद अब नैनो डीएपी (Nano DAP) को मंजूरी दे दी है। नैनो डीएपी की एक बोतल डीएपी की एक बोरी फर्टिलाइजर के बराबर असरदार होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को कहा कि नैनो डीएपी (Di-Ammonium Phosphate) फर्टिलाइजर को मंजूरी मिलना किसानों का जीवन आसान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नैनो डाई अमोनियम फास्फेट (द्रव) Nano DAP को मंजूरी मिलने से किसानों को फसल उत्पादन में आने वाली लागत में कमी आएगी, क्योंकि यह आधी से भी कम कीमत पर किसानों को मिलेगा। साथ ही इसे लाना, ले जाना बहुत आसान हो जाएगा, क्योंकि 50 किलो सामान्य डीएपी की बोरी अब अब 500ML की बोतल में समा जाएगी। नैनो डीएपी की एक बोतल 50 किलो के बोरे के समान है, जो अभी किसानों को 1,350 रुपये प्रति बैग के हिसाब से मिलता है।
बाजार में नैनो डीएपी की कीमत क्या रहेगी?
नैनो डाई अमोनियम फास्फेट तरल (Nano DAP) की आधा लीटर की एक बोतल की कीमत 600 से 700 रुपए के आसपास रहेगी, जो मौजूदा डीएपी 50 किलो बैग की तुलना में लगभग आधा है। जिससे भारतीय किसानों के लिए यह एक गेम चेंजर साबित होगा।
इफको के एमडी यूएस अवस्थी का कहना है कि डीएपी खाद अब बोरी की बजाय 500 ML की बोतल में आने के बाद ट्रांसपोर्टेशन का खर्च कम होगा। जिसका फायदा किसानों को मिलेगा।
फसलों पर किया जा चुका है ट्रायल
नैनो यूरिया की सफलता के बाद ही नैनो डीएपी बनाया गया है। नैनो डीएपी भी पर्यावरण के अनुकूल है और ढुलाई और रखरखाव में आसान है। बताया गया है कि इसका चना, मटर, मसूर, गेहूं और सरसों जैसी कई फसलों पर फील्ड ट्रायल किया गया है। इस ट्रॉयल में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ICAR को शामिल किया गया था। ट्रायल में उत्साहजनक परिणाम मिलने के बाद ही किसानों के उपयोग के लिए इसे मंजूरी मिली है।
Dr. U S Awasthi ने कहा कि “इफको नैनो DAP सदी का नवाचार है।यह पोषक तत्व प्रबंधन में आमूलचूल बदलाव लाएगा।उर्वरक के विकास के लिए नए मानदंड स्थापित करेगा। नैनो टेक्नोलॉजी में इफको के अनुसंधान एवं विकास वांछित रासायनिक संरचना के साथ वैश्विक स्तर पर उर्वरक उत्पादन को बेहतर बनाने की क्षमता प्रदान करता है।”
IFFCO ने जून 2021 में नैनो यूरिया को बाजार में उतारा था
इफको ने परंपरागत यूरिया के विकल्प के तौर पर जून 2021 में नैनो यूरिया को भी बाजार में उतारा था। नैनो यूरिया के उत्पादन के लिए इफको ने उत्तर प्रदेश और गुजरात में प्लांट लगाए हैं। हालांकि नैनो यूरिया पर सरकार की तरफ से किसानों को कोई सब्सिडी नहीं दी जाती है। इसकी कीमत 240 रुपये प्रति बोतल है।