सरसो आवक घटने और विदेशी बाजारों में जोरदार तेजी से सरसो में सुधार अंतराष्ट्रीय बाजार ख़राब मौसम की चिंता से बेहिसाब बढ़ गया है। सोया, पाम जैसे तेलों में तेजी को देखते हुए सरसो तेल में भी 2-3 रुपये की बढ़त आयी, पिछले कुछ दिनों से ग्राहकी में सुधार हुआ था लेकिन अब ऊपरी स्तरों में डिमांड अटक सकती है। विदेशी बाजारों में 10% से ज्यादा की तेजी बावजूद सरसो में 75-100 रूपए के बीच ही बढे है। वहीं सरसो तेल में भी 3 रुपये/किलो का ही सुधार हुआ है। सरसो मैं सुधार की उम्म्मीद में किसान स्टॉक रोक रहा है। जयपुर सरसो 5450-5500 के करीब आने पर बिकवाली बढ़ने से मौजूदा रिकवरी रुक सकती है।
सोयाबीन की बुवाई पिछड़ी
मानसून में देरी और अब तक सामान्य से कमजोर बारिश के चलते सोयाबीन की बुवाई पिछड़ी 16 जून तक देश में 21000 हेक्टेयर में ही सोयाबीन की बुवाई हुई जबकि पिछले वर्ष इस समय 68000 हेक्टेयर में बुवाई पूरी हुई थी। अंतराष्ट्रीय बाजार शुष्क मौसम से मजबूत हैं तो घरेलु बजार में भी सोयाबीन में सुधर दिख रहा है। पिछले दिनों बाज़ार के जानकारों द्वारा जारी साप्ताहिक रिपोर्ट में ख़राब मौसम से सोयाबीन में रिकवरी की बात कही थी जो की सही साबित हुई।
किसान स्टॉकिस्ट के पास अब भी काफी बड़ी मात्रा में स्टॉक बचा है। जो की सोयाबीन पर दबाव डाल रहा है। डीओसी की एक्सपोर्ट पैरिटी कमजोर होने से आगे निर्यात धीमी पड़ सकती है। मानसून की देरी और मौसम की चाल को देखते हुए 200-250 रूपए की सुधर हो सकती है।