Cement Price Hike: देश में बढ़ती महंगाई के बीच अब आपके लिये ख़ुद का घर बनाना और भी महँगा होने वाला है, क्योंकि पिछले महीने की तुलना में सीमेंट निर्माता कंपनियों ने इसकी कीमत में 12 से 13 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। सूत्रों के मुताबिक, 1 अक्टूबर से दक्षिण और उत्तर भारत में सीमेंट के दाम बढ़ेंगे। सीमेंट की कीमत में बढ़ोतरी का कारण इस बार मानसून में आई देरी की वजह से खपत बढ़ना बताया जा रहा है। इससे पहले, सीमेंट कंपनियों ने बीते महीने यानी अगस्त में मासिक आधार पर भाव 1 से 2 फीसदी तक बढ़ाये थे।
इस बढ़ोतरी के कारण पूरे भारत में सीमेंट की औसत कीमत 50 किलो बैग के लिए 382 रुपये पर पहुंच गई है। पूर्वोत्तर क्षेत्रों में सीमेंट की कीमत 326 रुपये से बढ़कर 400 रुपये प्रति बोरी पहुंच चुका है। हालांकि मानसून सीजन के दौरान देखा जाता है कि निर्माण की मांग कम होने से कीमत कम होती है, लेकिन सितंबर तिमाही के दौरान मांग कम होने के बाद भी कीमत में इजाफा हुआ है।
मानसून खत्म होने पर और बढ़ेगी कीमत
कुछ जानकारों का मानना है कि जब मानसून खत्म हो जाएगा, तब सीमेंट की कीमत में और बढ़ोतरी देखी जा सकती है। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि सीमेंट की मांग बढ़ेगी। इसके अलावा, रॉ मैटेरियल की लागत में एक बार फिर बढ़ने से इसकी कीमत और ज्यादा हो रही है।
रॉ मैटेरियल में आई इतनी बढ़ोतरी
ईटी के रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट ने बताया कि पिछले तीन महीने के दौरान कोल प्राइस 15 फीसदी बढ़ा है और पेटकोक प्राइस 28 फीसदी का इजाफा हुआ है। हालांकि साल दर साल की तुलना में इन दोनों की कीमत में गिरावट आई है। मार्च 2024 की तिमाही में परिचालन लागत में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 में सीमेंट की डिमांड ज्यादा तेजी से बढ़ेगी।
40 रुपये तक बढ़ सकती है कीमत
सीमेंट का रेट बढ़ने से दूसरी तिमाही में कंपनियों का कामकाजी मुनाफा (EBITDA) अच्छा रहने का अनुमान जताया जा रहा है। मार्जिन में भाव के साथ एनर्जी कॉस्ट में गिरावट से इसे सपोर्ट मिलेगा। जानकारों की तरफ से सीमेंट कंपनियों के स्टॉक में निवेश करने की सलाह दी जा रही है। सहयोगी चैनल जी बिजनेस की रिसर्च के अनुसार 1 अक्टूबर से दक्षिण और उत्तर भारत में सीमेंट की कीमत में बढ़ोतरी होगी. कीमत में 10 रुपये से लेकर 40 रुपये प्रति बैग तक का इजाफा हो सकता है।
एक्सिस सिक्योरिटीज की तरफ से अल्ट्राटेक सीमेंट को 9,520 रुपये के टॉरगेट पर ‘खरीदने’ की सलाह दी गई है। ब्रोकरेज की तरफ से कहा गया कि कंपनी की आर्गेनिक कैपिसिटी एक्सपेंशन की योजना अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। आने वाले वित्त वर्ष 2025-26 में कंपनी की ग्राइंडिंग कैपेसिटी 135.1 mtpa से बढ़कर 165 mtpa हो जाएगी।