Business Idea: क्या आप लंबे समय से खेती करते आ रहे है और ज़्यादा आमदनी नहीं कर पा रहे है तो आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बताने जा रहे है जिसके जरिए बंपर कमाई कर सकते हैं। इतना ही नहीं हम जिस खेती के बाड़े में बताने जा रहे है उसे बढ़ावा देने के लिए कई राज्य सरकारें आर्थिक मदद भी मुहैया करा रही है। दरअसल, हम ढैंचा फार्मिंग (Dhaincha Farming) की बात कर रहे है जिसे हरी खाद के नाम से जाना जाता है।
हरियाणा राज्य सरकार ने अपने बजट 2023-24 में राज्य में प्राकृतिक खाद को बढ़ावा देने के लिए ढैंचा की खेती पर किसानों को 720 रुपये प्रति एकड़ (80% लागत क़ीमत ) का अनुदान देने का ऐलान किया है। हरी खाद के इस्तेमाल से खेतों में यूरिया खाद की जरूरत भी खत्म हो जाती है। अधिक जानकारी के लिये इसे पढ़े : Dhaincha Seeds: सरकार हरी खाद को बढ़ावा देने के लिए ढैंचा बीज पर देगी 80% अनुदान, ढैंचा बीज लेने के लिए यहां करें आवेदन
ढैंचा की खेती कैसे की जाती है?
वैसे तो ढैंचा की खेती किसी भी सीजन में की जा सकती है। लेकिन ज्यादा पैदावार के लिए इसे खरीफ के सीजन (मार्च-अप्रैल) में बुवाई कर सकते हैं। इसे सभी मिट्टी की स्थितियों में बोया जा सकता है। पहले खेत को अच्छे से जुताई करना बहुत जूरूरी है। इसकी बुआई सरसों की तरह लाइनों में या फिर छिड़काव विधि से की जा सकती है। यदि आप अपने खेत में ढैंचा की खेती केवल हरी खाद बनाने के उद्देश्य से कर रहे है तो आपको अपने खेत को जोतकर उसमें ढैंचा की बिजाई छिड़काव विधि से कर सकते हैं। पहली सिंचाई बुवाई के 10 से 12 दिन बाद और बाद की सिंचाई 8 से 10 दिन के अंतराल पर करें। इसकी बुवाई के मात्र एक से डेढ़ महीने के भीतर इसके पौधों की लंबाई 3 फुट तक पहुंच जाती है। इसकी गांठों में नाइट्रोजन का भंडार होता है जो भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाती है।
ढैंचा की खेती से करें मोटी कमाई
ढैंचा को हरी खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल के बाद खेतों में यूरिया की लागत घटकर एक तिहाई ही रह जाती है। साथ ही हरी खाद बनाने पर खेतों में खरपतवार की संभावना नहीं रहती है। जिससे निराई-गुड़ाई और खरपतवार नियंत्रण की बड़ी लागत कम हो जाती है। इससे किसानों का खर्च घटेगा और कमाई बढ़ेगी। जानकारों के मुताबिक़ ढैंचा की खेती से प्रति एकड़ तक़रीबन 25 टन तक की पैदावार मिल सकती है। आप चाहे तो ढैंचा के बीज तैयार कर इसे बीच कर मुनाफा कमा सकते है। ढैंचा के बीज मार्केट में 40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकते हैं। यानी आप ढैंचा की फसल से 10 लाख रुपये तक कमाई कर सकते हैं।