Apni Fasal Bima Yojana In Bihar: राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा निरंतर किसानों के हित में अनेकों कदम उठाये जाते है। इस बार भी कुछ ऐसा ही किसान हितकारी कदम बिहार सरकार द्वारा उठाया गया है । इस बार पंजाब और हरियाणा के बाद बिहार सरकार (Bihar Govt.)ने किसानों को मुआवजा (compensation) देने की बात कही है। राज्य सरकार ने अपने स्तर से पूरी तैयारी कर ली गई है। मुआवजे की खबर किसानों के लिए ‘डूबते को तिनके का सहारा’ के समान हैं। बेमौसम बारिश से किसानों को काफ़ी नुकसान हो गया था जिसकी क्षतिपूर्ति हेतु राज्य सरकार ने ये कदम उठाया है। राज्य सरकार द्वारा किए गए मुआवजे के एलान के बाद किसानों ने राहत भरी सांस ली है।
इस वेबसाइट पर जाकर करना होगा क्लेम
बिहार सरकार के अधिकारियों के कहने अनुसार किसानों को सहकारिता विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर क्लेम करना है। किसानों द्वारा ऑफिशियल वेबसाइट पर क्लेम करने पर ही क़िसान इस योजना का लाभ उठा सकता है। जो किसान क्लेम करेंगे केवल उन्हें ही फसल बीमा योजना से मुआवजा मिलेगा ।
22500 रुपये प्रति एकड़ मिल सकती है मदद
किसानों तक मुआवजा पहुँचाने हेतु किसानों को वेबसाइट का लिंक अपडेट करा दिया गया है, किसानों के नुक़सान को देखते हुए 2500 रुपये से लेकर 22500 रुपये तक प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जा सकता है। प्रति एकड़ 22,500 रुपये मुआवजा दिया जाएगा। सिंचित भूमि पर फसल नुकसान के लिए 17,000 रुपये प्रति एकड़, असिंचित भूमि के लिए 8,500 रुपये प्रति एकड़ धनराशि देय होगी। किसानों को अधिकतम 2 एकड़ भूमि के लिए मुआवजा दिया जाता है। कृषि विभाग गैर-सिंचित, सिंचित और बहुफसली खेतों के लिए न्यूनतम मुआवजा राशि 1,000 रुपये, 2,000 रुपये और 2,500 रुपये तक देता है।
बिहार सरकार खुद की योजना से देगी कंपनसेशन
केंद्र सरकार के स्तर से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना योजना संचालित है। बिहार में नीतीश सरकार ने इसे लागू नहीं किया है। इसके पीछे तर्क है कि पीएम फसल बीमा योजना की कवरेज प्रीमियम अधिक होने के कारण किसान इसका भुगतान नहीं कर पाते हैं। इसी को देखते हुए वर्ष 2018 में बिहार सरकार ने अपनी फसल बीमा योजना शुरू की। इस योजना के तहत किसी तरह का प्रीमियम नहीं देना होता है। बस किसानों को पंजीकरण कराना है और किसान भाई मुआवजा पाने के लिए अधिकारिक तौर पर योग्य होंगे।
54 हजार हेक्टेयर में फसलों को नुकसान
मार्च में बेमौसम बारिश से बिहार में 54,000 हेक्टेयर में खड़ी फसलों को अधिकतर नुकसान हुआ है। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, रोहतास और मुजफ्फरपुर समेत 6 जिलों में भारी भरकम नुक़सान देखने को मिला है। इन जिलों में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए किसानों को 92 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। प्रदेश में फसल मुआवजा पाने के लिए 1.15 लाख किसानों ने पंजीकरण करवा दिया है। राज्य सरकार द्वारा क्लेम का मूल्यांकन करने के पश्चात जल्द ही किसानों को क्लेम दे दिया जाएगा।