Aditya L1 Mission Launch Date Time: भारत ने चांद पर चंद्रयान 3 की सफल सॉफ्ट लैंडिग का इतिहास रच दिया है। अब भारत अपने अगले अंतरिक्ष मिशन पर फोकस कर रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंसाधन संगठन इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि देश का पहला सौर मिशन आदित्य-एल1 (Aditya L-1 Mission) तैयार है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसको अगले सप्ताह यानि सितंबर के पहले हफ़्ते में लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन के बाद सूर्य के पास सैटेलाइट भेजने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका जर्मनी व यूरोपीय स्पेस एजेंसी सूर्य पर सैटेलाइट भेज चुके हैं। आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना के दूरस्थ अवलोकन और एल1 (सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु) पर सौर हवा के सीटू अवलोकन प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
Aditya L1 Mission Overview
Name of the Mission | Aditya L1 Mission |
Administered by | ISRO |
Duration of the Mission | 5.2 years |
Spacecraft Manufacturer | ISRO, IIA, IUCAA |
Payload Mass | 244 kg |
Launched by | PSLV XL Rocket |
Launch Site | SDSC-SHAR |
Launch Date | September 2, 2023 |
Number of Payloads | 7 (VELC, SUIT, HEL1OS, ASPEX, PAPA, SoLEXS, MAG) |
For more information | www.isro.gov.in |
आदित्य-एल1 का मुख्य उद्देश्य
भारत के लिए यह सूर्य के अवलोकन के लिए पहला अंतरिक्ष मिशन होगा। इसको बेंगलुरु मुख्यालय वाली अंतरिक्ष एजेंसी से लॉन्च किया जाएगा। इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने इसके उद्देश्य के बारे में बताया कि एल1 के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है, विभिन्न तरंग बैंडों में प्रकाशमंडल, क्रोमोस्फीयर और सूर्य की सबसे बाहरी परतों, कोरोना का निरीक्षण करने के लिए अपने साथ सात पेलोड ले जाएगा। आदित्य-एल1 पूरी तरह से स्वदेशी प्रयास है।
2 सितंबर को लॉन्च होगा आदित्य-एल1
बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (आईआईए) विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ पेलोड के विकास के लिए अग्रणी संस्थान है। जबकि इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स, पुणे ने मिशन के लिए सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजर पेलोड विकसित किया है। यूआर राव सैटेलाइट सेंटर में तैयार किया गया। इनको दो सप्ताह पहले ही आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के इसरो के अंतरिक्ष बंदरगाह पर पहुंचा गया है। बताया जा रहा है 2 सितंबर को इसको लॉन्च किया जाएगा।
What is the Aditya-L1 mission, its significance? I Drishti IAS