Mustard Latest Update : बीते तीन कारोबारी दिनों से सरसों भाव में जारी तेजी पर आज विराम लग गया। बढ़े दाम पर तेल मिलों की मांग कमजोर होने से घरेलू बाजार में आज शनिवार को जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 50 रुपये घटकर दाम 5975 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक 4.25 लाख बोरियों पर स्थिर बनी रही।
शमसाबाद आगरा दिग्नेर में सरसों का भाव आज -25 रुपये घटकर 6350 रुपये, अलवर सलोनी -25 रुपये की गिरावट के साथ 6350 रुपये , कोटा सलोनी का भाव -25 रुपये की गिरावट के साथ 6300 रुपये और भरतपुर मंडी सरसों भाव -31 रुपये की गिरावट के साथ 5580 रुपये बोला गया।
व्यापारियों के अनुसार चालू सप्ताह के अंत में मलेशिया में पाम तेल की कीमतों में गिरावट आई है, साथ ही इस दौरान शिकागो में भी सोया तेल के दाम कमजोर हुए थे। अत: घरेलू बाजार में ग्राहकी कमजोर होने से सरसों तेल की कीमतों में मंदा आया। हालांकि इस सरसों खल सीमित मांग बनी रहने से दाम स्थिर हो गए।
जानकारों के अनुसार उत्पादक राज्यों में किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों के पास सरसों का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है, इसलिए सरसों की दैनिक आवक मंडियों में अभी बनी रहेगी।
घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों के भाव पर निर्भर करेगी। जानकारों के अनुसार विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में अभी तेजी, मंदी बनी रहने के आसार है।
काला सागर से अनाजों का निर्यात प्रतिबंध होने के कारण सूरजमुखी तेल की सप्लाई प्रभावित रहने की आशंका है। हालांकि मलेशिया में पाम तेल की इन्वेंट्री बढ़ने के आसार हैं, लेकिन खपत का सीजन होने के कारण भारत और चीन की आयात मांग भी बनी रहने के आसार हैं। उधर अमेरिका के सोयाबीन उत्पादक क्षेत्रों में मौसम भी चिंता का विषय बना हुआ है।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शनिवार को 10-10 रुपये कमजोर होकर दाम क्रमशः 1,125 रुपये और 1,115 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 2810 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बने रहे।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक शनिवार को 4.25 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 2.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 50 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 45 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 20 हजार बोरी तथा गुजरात में 15 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 70 हजार बोरियों की आवक हुई।