Pashudhan Bima Yojana : राजस्थान सरकार द्वारा हाल ही में पेश किये गए बजट में गरीब और माध्यम वर्ग ध्यान दिया गया है। इसी से जुडी हुई एक स्कीम पशुपालकों के लिए भी है। इसका नाम है मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना। इसके देश तहत प्रदेश के किसानों और पशुपालकों को प्रति पशु 40000 रूपए की बीमा राशि प्रदान की जाएगी। पिछले 3-4 वर्षों में एक तो कोरोना (Corona) महामारी ने लोगो को परेशान किया है। जब कोरोना महामारी ख़त्म हुई तो पशुओं में जानलेवा बीमारी लम्पी (Lampi) आ गयी। लम्पी रोग के चलते देश में लाखों पशुओं की आकस्मिक मृत्यु हुई है। और पशुपालकों को भरी नुक्सान झेलना पड़ा है।
Pashudhan Bima Yojana : क्या है मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना
Rajasthan Pashupalan Beema Yojana : राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस बार के बजट में मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत प्रदेश के हर पशुपालक को 2-2 दुधारू पशुओं का बीमा मिलेगा। अगर किसी कारण से बीमा किये हुए पशु की किसी कारण से मृत्यु हो जाती है तो राज्य सरकार उस पशुपालक को 40000 रूपए की करेगी। इससे गरीब पशुपालकों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी। और वे खुलकर पशुपालन कर सकेंगे।
राजस्थान ने अलग से क्यों चलाई पशु बीमा योजना ?
Mukhyamantri Kamdhenu Bima Yojana : वैसे तो केंद्र सरकार भी पशुओं के बीमा के लिए कामधेनु बीमा योजना चला रही है। लेकिन इसके बावजूद भी राजस्थान सरकार ने अलग से प्रदेश की एक पशु बीमा योजना और चलाई है। इसका कारण ये है कि केंद्र सरकार की कामधेनु बीमा योजना के बजट में केवल 50 हजार पशु ही कवर हो सकते हैं। और राजस्थान सरकार का मानना है कि सिर्फ इस योजना से प्रदेश के सभी पशुपालकों को बीमा कवर नहीं मिल पायेगा। इसलिए प्रदेश सरकार ने 750 करोड़ रूपए की एक अलग से मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना की शुरुआत की है।
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