Ashneer Grover resigns from BharatPe board:- कहते है जुबान और ईमान से बड़ा कोई धन नही होता और एक बार की खराब भाषा आपके जिंदगी का तमाशा बना सकती है। कुछ ऐसा ही एक तमाशा शार्क टैंक टीवी शो के स्ट्रैट फारवर्ड शार्क और भारत पे (BharatPe) के को-फाउंडर अश्नीर ग्रोवर के साथ हुआ।
कल तक भारत पे जैसी बड़ी फिनटेक कंपनी के एमडी और को फाउंडर अश्नीर अब भारत पे से बाहर कर दिए जा चुके है। गौरतलब है कि भारत पे की शुरुवात अश्नीर ग्रोवर ने अपने साथी को फॉउंडर शाश्वत नकरानी के साथ मिलकर 2018 में की।
भारतपे के सह-संस्थापक Ashneer Grover ने दिया इस्तीफा, और बोले की…
“मैं इसे भारी मन से लिख रहा हूं, क्योंकि आज मुझे एक कंपनी को अलविदा कहने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जिसका मैं फाउंडर हूं. मैं सिर ऊंचा करके कहता हूं कि आज ये कंपनी फिनटेक की दुनिया में एक लीडर के रूप में खड़ी है.”
-अश्नीर ग्रोवर
भारत पे और अशनीर ग्रोवर के बीच क्या है विवाद की कहानी? जानें सब कुछ
भारत पे सारे डिजिटल पेमेंट मोड को सिंगल क्यू आर स्कैनर से पेमेंट योग्य बनाने के लिए बहुचर्चित हुई और आज 150 शहरों में लगभग 80 लाख विक्रेताओं को सेवा प्रदान कर रही। आज भारत पे के द्वारा प्रति माह 11 करोड़ रूपये का ट्रांसेक्शन हो रहा।
यह सब अच्छा ही चल रहा था कि अचानक एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया में आती है जिसमे एक व्यक्ति ऊँची आवाज और गलत लहजे में किसी बैंक के कर्मचारी पर कुछ आईपीओ न खरीद पाने की वजह से लगभग चीख रहा था।
यह ऑडियो 5 जनवरी 2022 को सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म ओर आती है और लोगबाग उस व्यक्ति की पहचान भारत पे के को फाउंडर और चल रहे शो शार्क टैंक के शार्क अश्नीर ग्रोवर के रूप में करते है।
मामला नायका के एक आईपीओ को न खरीद पाने का होता है और फोन पर दूसरी तरह कोटक महिंद्रा बैंक को एक रिलेशनशिप मैनेजर होती है।
देखते ही देखते मामला तूल पकड़ता है और ऑडियो लीक वायरल हो जाती है। कंपनी के भीतर ही अश्नीर ग्रोवर के इस खराब भाषा और दम्भी व्यवहार का विरोध होने लगता है और तभी अश्नीर एक ट्वीट से आम जनता को इस ऑडियो क्लिप को फेक बताकर मजे करने की बात कहते है। अश्नीर इस फेक क्लिप को षड्यंत्र बताकर इस मुद्दे पर पानी डालने की कोशिश करते है लेकिन आग अंदर तक लग चुकी होती है।
आश्चर्यजनक रूप से अश्नीर अपना ट्वीट हटाकर ऑडियो क्लिप की सत्यनिष्ठा पर खुद ही मोहर भी लगाते है। कुछ वक्त में यह भी पता चलता है कि यह ऑडियो क्लिप 30 अक्टूबर 2021 के पहले ही रिकॉर्ड की गई थी और oct 30,2021 की तारीख में अश्नीर एक लीगल नोटिस बैंक को इस आरोप में भेजते है कि उनकी वजह से वो नायका का बम्फर लाभ वाला आईपीओ नही खरीद पाए।
बैंक 10 जनवरी 2022 को एक स्टेटमेंट जारी कर यह कहती है कि उन्होंने अश्नीर के लीगल नोटिस का संज्ञान लिया है और उसके अनुरुप जबाब भी दिया है। बैंक ने अपने स्टेटमेंट में अश्नीर की खराब भाषा पर आपत्ति दर्ज करते हुवे न्यायिक व्यवस्था के द्वारा इसका हल भी निकालने की बात कही। बैंक ने किसी भी प्रकार के वादाखिलाफी जिसका आरोप एक उपभोक्ता के रूप में अश्नीर कर रहे थे का खंडन भी किया ।
इधर भारत पे के अंदर की लगी आग बोर्ड मेंबर को एक मौका देती है अश्नीर ग्रोवर के पुराने काले चिट्ठे तलाशने का और इसके लिए एक ऑडिट कंपनी अल्वारेज एंड मर्शेल को काम पर लगाया जाता है। अल्वारेज एंड मर्शेल एक स्वतंत्र ऑडिट कंपनी है जो भारत पे के अंदर एक ऐसा गोरखधंधा खोज निकालती है जिसे अश्नीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन मिलकर पिछले कई सालों से चला रहे थे।
यह गोरखधंधा था कंसल्ट हायरिंग के नाम पर फेक इनवॉइस जेनेरेट कर माधुरी जैन के भाई स्वेतांक जैन के खाते में 3.77 करोड़ भेजने का।
भारत पे में हायरिंग की प्रक्रिया डायरेक्ट थी यानी कंपनी बिना किसी कंसलटेंट के मदद के नए लोगो को काम पर रखती थी लेकिन अश्नीर ग्रोवेर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ने फेक इनवॉइस बनाकर पैसे स्वेतांक जैन को भेजे। ऐसे 5 इंवॉइसस पाए गए। अब अश्नीर चारो तरफ से घिर चुके थे ,बोर्ड मेंबर कहीं से भी ढीले रुख अख्तियार करने के मूड में नही दिख रहे थे तो अश्नीर किनारे से कानूनी सलाह तलाशने लगे और कंपनी के सामने सामने अपनी शेयर स्टेक जो कि 9.5% है का वैल्यू 4000 करोड़ रुपये लगाया। इस तरह से अश्नीर कंपनी का वैल्यूएशन 6 बिलियन डॉलर लगा रहे।
अब कंपनी बोर्ड क्या करती है और अश्नीर क्या करेंगे यह तो आने वाला कल बताएगा लेकिन आज का सच यही है कि अश्नीर अभी भारत पे के एमडी नही रहे।
Web Title: BharatPe co-founder and MD Ashneer Grover exited the company, know what is the whole matter