The Fame Game Review In Hindi :- बेहिसाब मसाले और गलत रेसिपी आपके स्वाद को खराब बहुत खराब कर सकती है ,फिर चाहे आप मीठी खीर बना रहे या जायकेदार मटन। कुछ ऐसी ही है नेटफ्लिक्स पर आई वेबसीरिज THE FAME GAME का मामला।
देश की धक धक गर्ल माधुरी दीक्षित ने जब सिनेमा के सिल्वर स्क्रीन से मोबाइल के डिजिटल स्क्रीन में आने का फैसला किया तो यह उनके फैन के लिए गोल्डन चांस था फिर से उनके अदाकारी को देख पाने का लेकिन न तो उन्होंने ही सोचा होगा और न ही उनके चाहने वालो ने की क्या एकदूसरे को 45-45 मिनिट के 8 एपिसोड तक झेल पाएंगे?माधुरी का साथ दे रहे संजय कपूर और मानव कौल कहीं हद तक ठीक ठाक लगते है लेकिन माधुरी तीसरे चौथे एपिसोड से ही ऑफबीट लगने लगी।
माधुरी का ऑफबीट लगना उनकी कलाकारी में कम अनुभव की वजह से नही है ,मुख्य वजह है फ़िल्म की खराब रेसिपी।फ़िल्म बनाने वाले इसे एक सस्पेंस ड्रामा बनाये रखना चाहते है और इसका जो एक शानदार फार्मूला उन्होंने ढूंढ निकाला है वो है अदरक की तरह एक कहानी में दूसरी कहानी जोड़ देने की। कई सारी इंटर रिलिटेड कहानियां जोड़ दो और फिर आख़िर में कहानी का रुख ही मोड़ दो।
A Fame Game Web Series Details
Series | A Fame Game 2022 |
Release platform | Netflix |
Directed by | Sri Rao Karishma Kohli Bejoy Nambiar |
Produced by | Sri Rao Karan Johar Apoorva Mehta |
Starring | Madhuri Dixit Sanjay Kapoor Manav Kaul |
Cinematography | Manoj Kumar Khatoi |
Language | Hindi |
Country of origin | India |
Release date | 25 February 2022 |
IMDB Rating | 7.3/10 |
यहां पर ऑनलाइन देखें ‘द फेम गेम’ का ट्रेलर :-
DIRECTOR & PRODUCER
इस फ़िल्म का निर्देशन किया है बिजॉय नाम्बियार और करिश्मा कोहली ने। फ़िल्म को प्रोड्यूस करने का जिम्मा उठाया है इंडस्ट्री के जाने माने डायरेक्टर प्रोड्यूसर करण जौहर ने।
CASTING
फ़िल्म में धक धक गर्ल माधुरी दीक्षित के अलावा संजय कपूर, मानव कौल, नवोदित कलाकार सुहासिनी मुलय, लक्ष्वीर सरन और मुस्कान जाफ़री प्रमुख रूप से है।
PLOT
कहानी एक ऐसी नामचीन अभिनेत्री के जीवन पर है जिसके निजी जीवन मे कई ऐसी बातें है जो दिन रात उसे अंदर ही अंदर समाप्त करती है। अभिनेत्री है तो अभिनय ही उसका हथियार है और इसीलिए उसकी हँसी दुनिया को उसके सच नही जानने देती। फिर अचानक ही वो कहीँ खो जाती है और फिर उसकी खोजबीन में कई निजी बातें बातें धीरे धीरे सार्वजनिक होते जाती है।
अब उसके गायब हो जाने का राज क्या है ,पूरे फ़िल्म में निर्देशक ने यही थोड़ा ढक कर थोड़ा दिखाने की कोशिश की है।
MESSAGE
45 -45 मिनट करके 8 एपिसोड यानी कि 360 मिनट में अगर संदेश ढूंढा जाए तो वो निकल कर आएगा कि आपको पूरा अधिकार है अपना सच जीने का। सच सबसे वजन सबसे हल्का होता है । इससे न तो आँखों के नीचे काले धब्बे बनते है और न पीठ अकड़ती है।
pmfby.org :- Rating: 3/5
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