सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट टुडे : सरसों और तेल की गिरावट थमी, खल मे तेजी सरसों और तेल की कीमतों में जारी गिरावट मंगलवार को थम गई। वहीं, खल में गिरावट पर लिवाली बढ़ने से कीमतों में तेजी दर्ज की गई। वैश्विक बाजार से मिले कमजोर संकेतों से बीते दिनों घरेलू बाजार मे तेल और तिलहन के दाम में नरमी रही। सरसों और सरसों तेल के दाम में काफी गिरावट आ गई थी जिसके बाद अब लेवाल उत्सुकता दिखा रहे हैं। वहीं, लगातार गिरावट को देखते हुए किसानों ने अपनी फसल रोक रखी है। आज सरसों की आवक भी देश के बाजारों में पिछले सत्र के मुकाबले कम थी।
जयपुर के बेंचमार्क बाजार में 42 फीसदी कंडीशन्ड सरसों का भाव आज 6975-7000 रुपये प्रति क्विंटल (जीएसटी को छोड़कर) पर स्थिर रहा। सरसों का तेल एक्सपेलर 1421-1422 रुपये प्रति 10 किलोग्राम पर और कच्ची घानी की कीमत भी 1431-1432 रुपये प्रति 10 किलोग्राम पर स्थिर रही, जबकि सरसों के खली की कीमत 25 रुपये की गिरावट के साथ 2675-2700 रुपये प्रति क्विंटल पर कारोबार कर रही थी।
देश भर में सरसों की आवक 80 किलो के लगभग 3 लाख बोरी थी, जो पिछले सत्र से 40,000 टन कम है। राजस्थान के प्रमुख बाजारों में 1.50 लाख बोरी सरसों की आवक हुई और सरसों की आवक मध्य प्रदेश में 15,000 बोरी, यूपी में 50,000 बोरी और हरियाणा और पंजाब में 35,000 बोरी, गुजरात में 10,000 बोरी और अन्य बाजारों में 30000 लाख बोरी हुई।
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मई में पाम तेल आयात में गिरावट
मई में पाम तेल आयात 33 प्रतिशत घटकर 5.14 लाख टन पर देश का खाद्य तेल आयात इस साल मई में 33.20 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 5,14,022 टन पर आ गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। हालांकि, समीक्षाधीन महीने में आरबीडी पामोलीन के आयात में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। भारत दुनिया का वनस्पति तेलों का प्रमुख खरीदार है। मई, 2021 में पाम तेल का आयात 7,69,602 टन रहा था।
एसईए के अनुसार, मई में देश का कुल वनस्पति तेल आयात घटकर 10,05,547 टन रह गया, जो एक साल पहले समान महीने में 12,13,142 टन था। देश के वनस्पति तेल आयात में पाम तेल की हिस्सेदारी करीब 50 प्रतिशत है। एसईए के मुताबिक, इंडोनेशिया ने 23 मई से पाम तेल के निर्यात पर रोक को कुछ शर्तों के साथ हटा दिया है। साथ ही उसने निर्यात कर में भी कमी की है। इस वजह से इंडोनेशिया से निर्यात बढ़ेगा, जिससे वैश्विक स्तर पर कीमतें प्रभावित होंगी।
पाम तेल उत्पादों की बात की जाए, तो कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का आयात मई में घटकर 4.09 लाख टन रह गया। एक साल पहले समान महीने में यह 7.55 लाख टन था। हालांकि, आरबीडी पामोलीन का आयात बड़ी बढ़ोतरी के साथ एक लाख टन पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान महीने में 2,075 टन था। कच्चे पाम कर्नेल तेल (सीपीकेओ) का आयात 11,894 टन से घटकर 4,265 टन पर आ गया। वहीं सोयाबीन तेल का आयात बढ़कर 3.73 लाख टन पर पहुंच गया, जो मई, 2021 में 2.67 लाख टन रहा था।