Rice Bran Oil Price: ग्राहकी कमजोर होने से हाल ही में राइसब्रान आयल का रेट प्रति क्विंटल 800 रुपये तक बढ़ गये । सप्लाई व मांग को देखते हुए भविष्य में इसमें और तेजी की संभावना नहीं है। समय-समय पर राइस ब्रान तेल की तेजी मंदी के बारे में खबरें पढ़ने को मिलती रहती है। इसी तारतम्य ताजा सर्वे के अनुसार रिफाइंड वालों के मांग बढ़ने के कारण एक पखवाड़े के दौरान राइनब्रान आयल पंजाब के भाव 800 रूपये बढकर 11600 रूपये अति क्विंटल हो गए। अखाद्य ग्रेड के भाव भी बिकवाली घटने से 700 बढकर 10700 रूपये प्रति किवटल हो गये।
विदेशी बाजारों के मजबूत समाचार आने से बिकवाली का दबाव घटने से उक्त अवधि के दौरान सोयाबीन सीपीओ सहित अन्य अखाद्य तेलों की कीमतों में भी तेजी का रुख रहा। अन्य खाद्य तेलों की तुलना में कीमतें नीची होने के कारण राइसब्रान आयल में रिफाइंड वालों के साथ-साथ वनस्पति घी निर्माताओं व ब्लैडिंग वालों के मांग बराबर बनी हुई है।
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चालू सीजन के दौरान देश में मौसम अनुकूल न होने के कारण धान का उत्पादन कमजोर होने के कारण इस वर्ष राइसब्रान आयल की उपलब्धता में गिरावट आने की संभावना है।
एग्री इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सामान्यता देश में राइसब्रान आयल का उत्पादन 10 लाख टन के आसपास होता है। लेकिन इस वर्ष राइसब्रान आयल के उत्पादन में गिरावट आने की संभावना है ।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव 126 डॉलर प्रति बैरल के उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद वर्तमान में 90 डालर प्रति बैरल रह गया।
कच्चे तेल आई भारी उठापठक एव विदेशों मे बढते स्टाक के कारण मलेशिया में क्रूड पाम आयल के कीमतों में गिरावट आने की सराहना बढ़ गई है।
देश में खपत की तुलन में उत्पादन कमजोर होने के कारण हमें खाद्य तेल के क्षेत्र में आयातित तेलों पर निर्भर रहना पड़ता है जिसके कारण विदेशों की तेजी से भी खाद्य तेलों की कीमतें प्रभावित होती हैं।
सप्लाई व मांग को देखते हुए आने वाले समय में राइसब्रान आयल की कीमतों में और बढ़ने की संभावना कम है। बाजार सीमित उतार चढ़ाव के बीच में घूमता रह सकता है।