Aadhar Card New Rules: देशभर में आधार कार्ड सभी नागरिकों के लिए एक जरूरी दस्तावेज में से एक है, UIDAI ने हाल ही में इसमें एक नया संशोधन किया है। इस बदलाव के मुताबिक़ अब आधार कार्ड में अंकित जन्मतिथि को जन्म प्रमाण पत्र के तौर पर वैध नहीं माना जाएगा। आधार कार्ड के साथ अब जन्म प्रमाण-पत्र पेश करना होगा। सरकार ने यह कदम फर्जीवाड़े को रोकने के लिए उठाया है।
अब जन्मतिथि के लिए मान्य नहीं होंगे आधार कार्ड
आधार में जन्म तिथि में संशोधन कराकर तारीख, महीना, वर्ष बदलकर होने वाले फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ये कदम उठाए हैं। यह नई व्यवस्था 1 दिसंबर 2023 से भारतीय विशिष्ट पहचान पत्र ने शुरू की है। अब स्कूल, कॉलेज में एडमिशन हो या पासपोर्ट बनवाना सभी जगह आधार सिर्फ पहचान के दस्तावेज के रूप में काम आएगा। जन्मतिथि के सत्यापन के लिए बर्थ सर्टिफिकेट (Birth Certificate) पेश करना होगा।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि सरकार द्वारा 28 जनवरी 2009 को आधार प्रोजेक्ट लॉन्च हुआ था। उसके बाद से आधार कार्ड देश में सभी नागरिकों के लिए विशिष्ट पहचान पत्र के रूप में माना जाता है। सरकार द्वारा आधार कार्ड को सभी नागरिकों के बैंक खातों और पैन कार्ड के साथ लिंक करवाकर उन्हें सरकारी योजनाओं और अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है । जिसका आधार कार्ड नहीं है, उसे सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल सकता।
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आधार कार्ड के ज़रिए फर्जीवाड़े के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। लोग आधार कार्ड में नाम परिवर्तन, जन्म तिथि, महीना, वर्ष बदलने की सुविधा के चलते फर्जी तरीक़े से संशोधन करवा रहे थे। लोग नया और पुराना आधार कार्ड दिखाकर फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे। इन सबको रोकने के लिए यह UIDAI ने यह बदलाव किया गया है। आधार कार्ड को अब सिर्फ पहचान पत्र के रूप में ही माना जाएगा । इसलिए भारतीय विशिष्ट पहचान पत्र अब आधार कार्ड प्रिंट निकालते समय आधार पहचान का प्रमाण है, नागरिकता या जन्मतिथि का नहीं संदेश लिखा आ रहा है।