नई दिल्ली। तेल मिलों की सीमित खरीद बनी रहने से घरेलू बाजार में गुरुवार को सरसों के दाम स्थिर रहे । जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 5950 रुपये प्रति क्विंटल स्थिर बनी रहे। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक पांच लाख बोरियों के पूर्व स्तर पर टिकी रही। व्यापारियों के अनुसार मलेशिया में पाम तेल की कीमतों में आज गिरावट दर्ज की गई, साथ ही शिकागो में भी सोया तेल के दाम कमजोर हुए। हालांकि घरेलू बाजार में ग्राहकी कमजोर बनी रहने से सरसों तेल की कीमतों में तीसरे दिन मंदा आया, जबकि इस दौरान सरसों खल के दाम स्थिर लगातार तीसरे दिन स्थिर बने रहे। ब्रांडेड तेल मिलों ने शाम के सत्र में सरसों की खरीद कीमतों में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की।
जानकारों के अनुसार उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है, जिस कारण इसकी दैनिक आवक अभी बराबर बनी रहेगी। विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है, क्योंकि विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की मांग में सुधार आया है। अत: घरेलू बाजार में भी सरसों तेल में मांग बढ़ने की उम्मीद है।
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विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों की स्थिति
पिछले सत्र में भाव तेज होने के बाद गुरुवार को मलेशियाई एक्सचेंज में पाम ऑयल वायदा में गिरावट दर्ज की गई, हालांकि जुलाई के अंत में इन्वेंट्री उम्मीद से कम होने के साथ ही अगस्त में बढ़ते निर्यात की वजह से गिरावट सीमित रही।
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर अक्टूबर डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध में 44 रिंगिट यानी 1.17 फीसदी की गिरावट आकर भाव 3,727 रिंगिट प्रति टन रह गए। इस दौरान डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 2 फीसदी तेज हो गया, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 1.3 फीसदी बढ़ गया। शिकागो में सोया तेल की कीमतें 0.3 फीसदी कमजोर हुई।
मलेशियाई पाम ऑयल बोर्ड (एमपीओबी) के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के अंत में मलेशिया का पाम तेल भंडार पिछले महीने की तुलना में 0.68 फीसदी बढ़कर पांच महीने के उच्चतम स्तर 1.73 मिलियन मीट्रिक टन पर पहुंच गया। हालांकि, इस दौरान निर्यात में आई तेजी के कारण इन्वेंट्री बाजार की अपेक्षाओं से कम थी। एमपीओबी के अनुसार पाम उत्पादों का उत्पादन 11.21 फीसदी बढ़कर 1.61 मिलियन टन हो गया, जोकि जनवरी के बाद से सबसे अधिक है। इस दौरान निर्यात भी 15.55 फीसदी बढ़कर 1.35 मिलियन टन का हो गया, जो अनुमान से कहीं अधिक है।
कार्गो सर्वेक्षक इंटरटेक टेस्टिंग सर्विसेज के अनुसार, पहली से दस अगस्त के दौरान पाम तेल उत्पादों का निर्यात जुलाई की समान अवधि की तुलना में 5.9 फीसदी बढ़ा है। हालांकि कार्गो सर्वेक्षक, एमस्पेक एग्री मलेशिया ने इस दौरान निर्यात में 17.5 फीसदी की वृद्धि का अनुमान लगाया है। जानकारों के अनुसार मलेशिया में पाम उत्पादों की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में सोयाबीन के उत्पादन संबंधी चिंताओं और काला सागर क्षेत्र से आपूर्ति में व्यवधान के कारण खाद्वय तेलों की कीमतों में हाल ही में बढ़ोतरी के कारण सोया तेल और सनफ्लावर तेज पर छूट बढ़ने से पाम तेल की मांग बढ़ रही है। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें गुरुवार को लगातार तीसरे दिन एक-एक रुपये कमजोर होकर दाम क्रमशः 1,124 रुपये और 1,114 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 2705 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर स्थिर बने रहे।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक गुरुवार को पांच लाख बोरियों की हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में भी आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 2.50 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 65 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 55 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 25 हजार बोरी तथा गुजरात में 15 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 90 हजार बोरियों की आवक हुई।