नई दिल्ली: तेल मिलों की कमजोर मांग बनी रहने के कारण घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में मंगलवार को भी गिरावट जारी रही। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 25 रुपये कमजोर होकर 6,300 से 6,325 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें मंगलवार को 3-3 रुपये कमजोर होकर क्रमशः 1273 रुपये और 1263 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर आ गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 2450 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर हो गई।
वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी की आशंका
विश्व स्तर पर आर्थिक मंदी की आशंका बनी रहने से विदेशी बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में चल रही गिरावट का असर घरेलू बाजार में सरसों एवं इसके तेल की कीमतों पर पड़ रहा है। घरेलू बाजार में तेल मिलें इस समय केवल जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रही है, जबकि भाव में चल रही लगातार गिरावट को देखते हुए स्टॉकिस्ट भी स्टॉक हल्का कर रहे हैं। इसलिए घरेलू बाजार में अभी इनकी कीमतों में तेजी के आसार नहीं है।
मलेशिया में पाम तेल वायदा अनुबंध में लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की गई, तथा सुबह के सत्र में पाम तेल वायदा के दाम डेढ़ फीसदी से अधिक घट गए थे, हालांकि शाम के सत्र में गिरावट का अंत कुछ कम हुआ।
विश्लेषकों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में रातों रात आई गिरावट और डालियान एक्सचेंज में खाद्य तेलों की कीमतों में आई मंदी का असर मंगलवार को पाम की कीमतों पर देखा गया। डॉलर मजबूत होने के साथ ही आर्थिक मंदी की आशंका के दबाव में कच्चे तेल की कीमतें नौ महीने के निचले स्तर पर आ गईं थी।
हालांकि कीमतों में और गिरावट से बचने के लिए ओपेक उत्पादन में कटौती कर सकता है। जिस कारण शिकागो में सोया तेल के दाम में सुधार आया, तथा मलेशिया में शाम के सत्र में गिरावट कम हुई। मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर दिसंबर वायदा अनुबंध में लगातार चौथे दिन 11 रिगिंट की गिरावट आकर भाव 3530 रिगिंट प्रति टन रह गए।
वैश्विक स्तर पर, डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल अनुबंध 1.44 फीसदी गिर गया, जबकि इसका पाम तेल अनुबंध 3.71 कमजोर हुआ। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड, सीबीओटी पर सोया तेल की कीमतें आज इलेक्ट्रॉनिक व्यापार में सुधर गई।
सरसों का भाव | Mustard Price (27 Sep)
मण्डी | सरसों का भाव |
आगरा शमशाबाद/दिगनेर | 6775 |
अलवर सलोनी | 6775 |
कोटा सलोनी | 6700 |
आगरा बीपी | 6650 |
आगरा शारदा | 6600 |
कोलकाता | 6500 |
पंजाब/हरियाणा | 6100 |
नागौर | 5900 से 6000 |
बीकानेर | 5400 से 5700 |
जोधपुर | 6200 |
खाजूवाला | 5688 |
केकड़ी | 5825 |
जैतसर | 5667 |
देई | 5740 |
चोमू | 5650 |
भीनमाल | 4525 |
बस्सी | 5830 |
हरदा | 5236 |
रेवाड़ी | 6047 |
आदमपुर | 5726 |
विशनगर | 5580 |
मंदसौर | 5300 से 5600 |
विदिशा | 4600 से 5400 |
कटनी | 5200 से 5700 |
देवास | 5200 से 5350 |
नीमच | 5500 से 5800 |
अशोकनगर | 5500 से 5650 |
हिंडौन सिटी | 6000 |
कोटा | 5400 से 5900 |
लाखनी | 5400 से 5505 |
थराद | 5350 से 5700 |
धनेरा | 5300 से 5300 |
नैनावा | 5400 से 5600 |
विशनगर | 5400 से 5575 |
थारा | 5275 से 5900 |
पटना | 5300 से 5450 |
कोटा महेश | 6700 |
केकड़ी | 5800 |
सरसों की दैनिक आवक घटी
देशभर की उत्पादक मंडियों में मंगलवार को सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 1.85 लाख बोरियों की हुई, जबकि सोमवार को आवक 1.50 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 85 हजार बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 15 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 30 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 15 हजार बोरी तथा गुजरात में 5 हजार बोरी तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 35 हजार बोरियों की आवक हुई।