हनुमानगढ़ मेरी पॉलिसी मेरे हाथ 2022: अब फसल बीमा (crop insurance) करवाने वाले किसानों (Farmers) के हाथों में बीमा पॉलिसी भी होगी। इसके लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। जल्द किसानों के घरों में पॉलिसी के दस्तावेज भेजने की तैयारी है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के अंतर्गत वर्तमान फसल मौसम रबी 2021- 22 में किए गए फसल बीमा कार्य, गत फसल मौसम के लंबित फसल बीमा क्लेम व वितरित फसल बीमा क्लेम कृषकों के खातों से बाउंस हुई राशि तथा स्थानीय आपदा से नुकसान के पंजीकृत प्रकरणों में क्लेम भुगतान आदि के संबंध में हाल ही में बैठक भी हो चुकी है।
इस बार रबी 2021-22 फसल सीजन में फसल बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से जिले में 1,40,663 कृषकों की विभिन्न फसलों के अंतर्गत 391136.28 हैक्टेयर का फसल बीमा कार्य किया गया है। इसमें 25,66,438 फसल बीमा पॉलिसियों का सृजन हुआ है।
मेरी पॉलिसी मेरे हाथ 2022
आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत रबी 2021-22 में पॉलिसी वितरण कार्यक्रम ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ (Meri Policy Mere Hath)’ शुरू की जाएगी। इसमें 26 फरवरी से गांव-गांव कैम्प आयोजित कर सृजित फसल बीमा पॉलिसियों का वितरण फसल बीमा कंपनी द्वारा किया जाएगा। हनुमानगढ़ जिले में बीमित कृषकों को कृषि विभाग, संबंधित बैंक शाखा व बीमा कंपनी प्रतिनिधि की ओर से आपसी समन्वय कर पॉलिसी वितरण का कार्य किया जाएगा।
पहले जांच फिर होगा भुगतान
बीमा कंपनी के अधिकारियों के अनुसार जिले में स्थानीय आपदा ओलावृष्टि आदि के गत फसल मौसमों का लंबित क्लेम, कृषकों के केसीसी खाता बंद होने या अन्य तकनीकी कारणों से बाउंस हुई राशि का भुगतान कंपनी स्तर से करवाया जा चुका है। रबी 2020-21 में कम्पनी ने पूर्व में 302 करोड़ क्लेम भुगतान कर रावतसर व भादरा के कृषकों का क्लेम जांच के लिए रोका गया।
364.23 करोड़ का फसल बीमा क्लेम जारी
जिले में गत फसल मौसम रबी 2020-21 में वितरित फसल बीमा क्लेम की समीक्षा में बीमा कंपनी प्रतिनिधि ने अवगत करवाया कि जिले में रबी 2020-21 में 2,21,234 कृषकों का फसल बीमा कार्य किया गया था, इसके विरुद्ध 1,29,515 कृषकों को फसल बीमा क्लेम राशि 364.23 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।
तहसील नोहर, रावतसर व भादरा में कुछ कृषकों की अपनी कृषि भूमि पर फसल बीमा पोर्टल दोहरी व तीहरी पॉलिसी का सृजन करवाने के कारण उनका क्लेम निर्धारण नहीं हुआ है। इसकी जांच बीमा कंपनी स्तर पर प्रक्रियाधीन है। लंबित कृषकों का जांच उपरांत सही पात्रतानुसार शीघ्र भुगतान किया जाएगा।
किसानों का बढ़ रहा रुझान
फसल बीमा के प्रति जिले के किसानों का रुझान बढ़ रहा है। गत बरसों में करवाए गए बीमा के रिकॉर्ड देखेंगे तो किसानों का इसके प्रति खूब रुझान बढ़ा है. पात्र किसानों को क्लेम भी जारी हो रहे हैं।
हालांकि बीमा कंपनियों ने कुछ भुगतान रोक रखा है। दस्तावेजों को जांचने के बाद भुगतान करने की बात बीमा कंपनी के अधिकारी कह रहे हैं। कृषि विभाग के उप निदेशक दानाराम गोदारा अनुसार किसानों में बीमा को लेकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
ये बोले अधिकारी
पात्र किसानों का बीमा क्लेम जारी करवाने के लिए कंपनी को निर्देशित किया गया है। बीमा पॉलिसी का वितरण भी जल्द करवाएंगे। फसल बीमा योजना अहम योजना है। इसके बारे में किसानों को भी जागरूक होने की जरूरत है।
नथमल डिडेल, कलक्टर, हनुमानगढ़ ।
न्यूज़ स्त्रोत :राजस्थान पत्रिका