Cow Dung Cake Machine: आधुनिक तकनीकों ने भले ही हमारा रहन सहन बदल दिया हो पर खाने पीने के मामले में हम आज भी देसी ही है। भारत में ज़्यादातर जगह पर आज भी पारंपरिक तरीक़े से ही भोजन पकाया जाता है। भोजन पकाने के लिए या तो लकड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है या गोबर से बने उपलों का इस्तेमाल होता है। जहां पहाड़ी इलाक़ों में ख़ाना पकाने में लकड़ियाँ इस्तेमाल में लायी जाती है, वहीं मैदानी भाग में गाय-भैंस के गोबर से बने उपलों को काम में लिया जाता है।
हमारे बुजुर्ग हाथों से ही गोबर के उपले बनाते थे, परंतु आज के समय में नयी पीढ़ी गोबर से उपले बनाने में हिचकिचाती है। यही कारण है की चूल्हे पर पारंपरिक तरीक़े से पकने वाला भोजन कम मिलता है। परंतु आज के आधुनिक समय में हर काम में तकनीक ने जगह बना ली है। इस समस्या का समाधान भी हमने तकनीक के ज़रिए निकाल लिया है। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बतायेंगे कैसे आप गोबर को बिना हाथ लगाए उपले बना सकते हैं।
लोहे के पाइप से तैयार की गई इस मशीन का इस्तेमाल आप बेहद आसानी से कर सकते है। इस मशीन का इस्तेमाल आप खड़े खड़े आराम से कर सकते इसके लिए आपको झुकने की भी ज़रूरत नहीं है। अपने दोनों हाथों से इस मशीन को पकड़ कर गोबर के ढेर पर रखो और मशीन के हैंडल को दबाव कर रखो गोबर इस मशीन के साँचे में फिट हो जाएगा, उसके बाद इस मशीन को उठा कर वहाँ रखो जहां आपको उपला रखना हैं, और दबाए हुए हैंडल को छोड़ते ही उपला मशीन से अलग हो जाएगा। इसी तरीक़े से आप जीतने चाहे उपले बना सकते है उपले बनने में किसी भी तरह का कोई खर्चा नहीं आएगा। अगर बात करे इस देशी जुगाड़ मशीन को बनाने में लागत की तो इसे आप मात्र 400 से 500 रुपये में इस मशीन को तैयार करवाया जा सकता है।